रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
हरिद्वार में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। डेंगू से वन दरोगा की भी मौत हाे गई। राजा गार्डन निवासी हरिद्वार रेंज में तैनात 55 वर्षीय वन दरोगा ओपी सिंह को करीब एक सप्ताह पहले बुखार होने पर शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जबकि रेंजर हरिद्वार और ज्वालापुर कोतवाल डेंगू की मार झेल रहे हैं।
रविवार शाम को राजा गार्डन निवासी हरिद्वार रेंज में तैनात 55 वर्षीय वन दरोगा ओपी सिंह की भी डेंगू से मौत हो गई। उन्हें करीब एक सप्ताह पहले बुखार होने पर शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी प्लेटलेट्स अधिक गिर गई थी। जिससे उन्हें देहरादून के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन वहां भी उनकी हालत में सुधार नहीं हो सका। जिससे उपचार के दौरान वन दारोगा ने दम तोड़ दिया। उनकी मौत की खबर मिलने पर वन विभाग में शोक की लहर दौड़ गई और क्षेत्रीय निवासियों के साथ-साथ वन विभाग में भी दहशत का माहौल है। डेंगू की चपेट में आए हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौड़ियाल ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि वन दारोगा ओपी सिंह और उन्हें एक साथ डेंगू हुआ था। जबकि उन्हें तो डेंगू के साथ टाइफाइड भी हो गया था। पहले वह भी शहर के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुए थे। मगर बाद में देहरादून के एक निजी अस्पताल चले आए, जहां से उपचार मिलने के बाद उनके स्वास्थ्य में अब सुधार हुआ है। ज्वालापुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा भी डेंगू से ग्रस्त है। वह भी एक निजी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं।