Home / राज्य / उत्तराखंड / हरिद्वार / हरदा की चेतावनी के बाद प्रशासन ने नही कराई साउथ सिविल लाइन की निकासी, शाम को धरने में जुटे सैकड़ो लोग

हरदा की चेतावनी के बाद प्रशासन ने नही कराई साउथ सिविल लाइन की निकासी, शाम को धरने में जुटे सैकड़ो लोग

रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रशासन को सुबह 11:00 बजे चेताया था की शाम 4:00 बजे तक अगर पानी की निकासी साउथ सिविल लाइन से नहीं की गई, तो वह जमा पानी में ही धरने पर बैठ जायेंगे। लेकिन शाम तक शासन-प्रशासन के कानों पर जूं नही रेंगी ओर अपनी चेतावनी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ साउथ सिविल लाइन के मुख्य द्वार पर जलभराव में ही धरने पर बैठ गए। दिलचस्प वाकया तब देखने को मिला, जब हरीश रावत के धरने के पास जनता ने भी डेरा डाल लिया और भाजपा नेताओं को भी धरने लर बैठना पड़ा। इस दौरान

कांग्रेसियों व जनता सांसद डॉ. निशंक व विधायक उमेश कुमार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की, तो वही पार्टी प्रत्याशी रानी देवयानी को भी विरोध झेलना पड़ा। इस दौरान पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन व ठाकुर उदय सिंह पुंडीर ने कहा कि जलभराव के जो हालात आज देखने को मिल रहे है, वह समय रहते दूर किये जा सकते थे, लेकिन भाजपा सरकार सिर्फ भ्रष्टाचार तक सीमित है। जनसरोकार से उन्हें कोई वास्ता नही। महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी एडवोकेट ने कहा कि भाजपा सरकार में आमजन घर में भी असुरक्षित महसूस कर रहा है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। बाद में एसडीएम व निगम अधिकारीगनो ने मोटर पाइप की व्यवस्था कर गंदे पानी को निकालना शुरू किया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन, महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी एडवोकेट, डॉ राकेश गौड़, यासिर अराफात, विरेंद्र ठाकुर, पंकज सोनकर शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share