रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) शनिवार को महिला संस्कृति क्लब आई.आई.टी. रुड़की के सौजन्य से आयोजित दीवाली मेले में एस.डी.पी.सी. गल्र्स पीजी काॅलेज रुड़की के चित्रकला विभाग द्वारा संचालित ‘स्वावलंबन प्रकोष्ठ ‘ के अंतर्गत छात्राओं ने हस्त निर्मित कला वस्तुओं का एक स्टाॅल लगाया गया। जो दर्शकों के आकर्षण का विशेष केंद्र रहा। अपने हुनर और लग्न से छात्राओं ने दीपावली के अवसर पर बाजार की मांग के अनुरूप एक से बढ़कर एक हस्तकला की वस्तुओं का बिक्री हेतु प्रदर्शन किया। मेले में दर्शकों ने मंत्रमुग्ध होकर छात्राओं द्वारा सृजित हस्तकला की विभिन्न प्रकार की वस्तुओं जैसे हस्तनिर्मित आभूषण, लालटेन, वाॅल प्लेट्स, सजावटी कांच की बोतले, कलात्मक दिये, जूट के पेंटेड बैग्स, हैंड मेड की-रिंग्स, बुक मार्क, रंगोली के कट-आॅउट्स, लिपन आर्ट वाॅल पीस, फ्लावर पाॅट्स, बन्दनबार, द्वार लटकन, पूजा की चैकियाँ, ऐंपण लोक कला की थाली और कलश, गणपति की पेंटिंग्स, मधुबनी, वरली, गोंड लोक कला के चित्र, केरला म्यूरल्स पेंटिंग्स, मिनिएचर व एव्सट्रेक्ट पेंटिंग्स आदि की खूब खरीदारी की। एम.ए. चित्रकला की छात्रा कु. संरचना ने लाइव पोट्रेट पेंटिंग बनाकर अपनी विशिष्ट कला प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ छात्राओं को विभिन्न प्रकार की हस्तकला की वस्तुओ को निर्मित करने के आॅर्डर भी प्राप्त हुए। इस आयोजन से छात्राओं के लिए कला बाजार में रोजगार की संभावनाओं के अनेकों विकल्प उभर कर सामने आए तथा वोकल फाॅर लोकल मंत्र भी सार्थक होता नजर आया। कार्यक्रम में कु. ईशा, अनन्या, मनीषा, रेनू, शिवानी, शीतल, अंजलि, नूर समानी, वैशाली, आकांक्षा, स्वाति सागर, महक तथा पायल आदि छात्राओं ने प्रतिभागिता की। इस अवसर पर छात्राओं के उत्साहवर्द्धन हेतु कार्यक्रम संयोजिका डाॅ. अलका आर्य, डाॅ. अर्चना चैहान, श्रीमती अंजलि प्रसाद, सुश्री आंचल तथा सुश्री वैशाली, रविन्द्र तथा मुकेश आदि मौजूद रहे।