रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) कोटवाल आलमपुर गांव में मुकेश कश्यप (40) की करंट लगने से हुई मौत के मामले में ग्रामीणों ने एकत्र होकर मुआवजे की मांग की और मांग पूरी न होने पर शव का अन्तिम संस्कार करने से मना कर दिया। इस दौरान बड़ी संख्या मंे भीड जमा हो गई। बाद में जनप्रतिनिधियों, उर्जा निगम और ठेकेदार के लिखित आश्वासन के बाद ही अन्तिम संस्कार किया गया। बताया गया है कि 18 जनवरी को मुकेश कश्यप शट डाउन लेकर लाईट ठीक कर रहा था। तभी उसे तेज करंट लगा और करंट लगने से वह विद्युत पोल से नीचे गिरकर गंभीर रुप से घायल हो गया था। चंडीगढ़ अस्पताल में उपचार के दौरान लाईनमैन की मौत हो गई थी। झबरेड़ा पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया और मृतक का शव सोमवार की रात कोटवाल आलमपुर पहंुचा, जहां सुबह के समय परिजनों ने उर्जा निगम व ठेकेदार से मुआवजंे की मांग की और मुआवजा न मिलने तक शव का अन्तिम संस्कार करने से मना कर दिया। वहीं एसडीओ पंकज गौतम ने विभाग की ओर से मृत्यु होने पर मिलने वाली 4 लाख की धनराशि दिलाने का आश्वासन दिया और ठेकेदार ने भी उचित मुआवजा देने के लिए कहा तथा ईएसआई से पेंशन व पीएफ से फंड दिलाये जाने का आश्वासन दिया। दोनों पक्षों में समझौता होने के बाद मृतक का अन्तिम संस्कार कर दिया गया। उधर थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि मृतक के परिजनों ने कोई कार्रवाई न करने का प्रार्थना पत्र दिया हैं। वहीं इस दौरान क्षेत्रीय विधायक वीरेन्द्र जाती, पूर्व जिपं सदस्य वैजयंती माला, प्रधान प्रतिनिधि बुद्धू सिंह, पूर्व प्रधान मो. याकूब, मो. वली, मो. इसरार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।