रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) आज 74वें गणतंत्र दिवस (अधिकार दिवस) व बसंत ऋतु प्रारंभ होने के पावन पर्व बसंत पंचमी पर भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज उत्तराखण्ड के प्रांतीय संयोजक वीरश्रेष्ठ रविन्द्र बब्बर, अमर बेनीवाल रा.का. सदस्य, प्रांतीय प्रभारी वीरश्रेष्ठ सोहन सिंह के मार्गदर्शन में नगर संयोजक वीर रवि टांक, जिला सह-संयोजक वीर रजनीश बिरला, जिला कोषाध्यक्ष वीर नीरज बेनिवाल, तहसील अध्यक्ष वीर सावन वैद के मार्गदर्शन में योगेश्वर आदिकवि वाल्मीकि घाट नगर निगम रुड़की पर पावन वाल्मीकि समागम ;सत्संग व भंडारेद्ध का आयोजन किया गया, जिसमें दूरदराज से आए धर्म प्रेमियों ने परमात्मा के भजनों का आनंद लिया व प्रसाद ग्रहण कर परमात्मा की कृपा का आशीर्वाद प्राप्त किया। पावन सत्संग में पहंुचे विधायक प्रदीप बत्रा द्वारा विधायक निधि से पावन घाट की मर्यादा को बनाएं रखने हेतु इसके सौंद्रीयकरण व ऐतिहासिक तथा विश्व प्रसिद्ध हिन्दू धर्म स्थल घाटों में से एक बनाने व मानव समाज को पूजा अर्चना के लिए समर्पित करने घोषणा की गई। वही महापौर गौरव गोयल ने भी इस पावन घाट का नाम ‘आदिकवि रामायण रचयिता वाल्मीकि घाट’ करने व नगर निगम की ओर से इसे सुन्दर व भव्य रुप से रुड़की शहर की जनता को पूजा आराधना करने हेतु समर्पित करने की घोषणा की। भावाधस के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री वीरश्रेष्ठ हंसराज कटारिया ने समस्त संगत से आदिकवि वाल्मीकि की कलम व बाबा साहेब आंबेडकर के बताए मार्ग पर चलने हेतु आग्रह किया। इस अवसर पर प्रदेश सचिव वीर प्रिन्स लोहट, प्रदेश सचिव युवा मोर्चा वीर आकाश चंचल, जिला सचिव हरिद्वार वीर सोनू बेनिवाल, जिला सह संयोजक वीर संदीप सौदाई, तहसील प्रभारी लक्सर वीर बंटी छाछर, जिला सह सचिव वीर लखन परचा, भाजयुमो प्रदेश प्रवक्ता वीर मोहित राष्ट्रवादी, वीर अजय टांक (पूर्व चैयरमैन छावनी परिषद रुड़की), जिला सह संयोजक हरिद्वार वीर विपिन घावरी, तहसील संयोजक लक्सर वीर रोहन सोढ़ी, नगर संयोजक लक्सर वीर नीरज चंचल, नगर कोषाध्यक्ष लक्सर वीर सागर चंचल, पूनम पिहवाल, रचना ढिंगान बिडलान, भगवान वाल्मीकि आश्रम रायपुर के महंत बंटी दास महाराज, अखिल भारतीय वाल्मीकि नवयुवक संघ से राष्ट्रीय महामंत्री रामेश्वर प्रसाद, सतपाल वैद्य, नानक चंद गंभीर, बिजेंद्र सिंह शेरपुर, अमित तलवार, वीर बिट्टू सिंह सोदाईं, वीर संदीप सोदाई, बंटी घाघट, वीर संजीव घाघट, वीर अरुण वाल्मीकन, वीर दीपक कांगड़ा, वीर सौरभ ढिंगिया, अरविन्द भगत, सोनू बिरला, श्रीमती प्रवेश राजू बिड़ला, श्रीमती सुनीता फौजी, वीर अमित चावला, शुभम वाल्मीकन व रवि चैटाला आदि सैंकड़ो धर्म प्रेमी मौजूद रहे।