रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) एक ओर जहां जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लगातार अपनी पैनी नजर बनाये हुये हैं तथा पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी भी इन चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए ऐडी-चोटी का जोर लगा रहे है। वहीं दूसरी ओर पंचायत चुनाव का फायदा उठाते हुए रुड़की नगर में बिना नक्शे के निर्माण की बाढ़ सी आ गई हैं। जो शातिर लोग बिना नक्शा पास कराये मकान का निर्माण कर रहे हैं, उन्हें पता है कि अधिकारियों का ध्यान पंचायत चुनाव की ओर हैं। क्यों न ऐसे समय का फायदा उठाया जाये। सबसे बड़ी बात यह है कि शहर की गई नजूल भूमि पर यह कार्य धडल्ले से चल रहे हैं। बताया गया है कि नजूल भूमि पर पक्का निर्माण कार्य नहीं हो सकता। इसके बावजूद भी रिहायशी व कॉम्प्लैक्स आदि के निर्माण हो रहे हैं। हैरत की बात यह है कि एचआरडीए अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा हैं। इसका भी फायदा भवन निर्माण करने वाले लोग उठा रहे हैं। सिविल लाईन में भी ऐसे ही निर्माण कार्य हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रेम मंदिर रोड़, मलकपुर चुंगी, ईदगाह रोड़, खंजरपुर जाने वाली रोड़ पर भी गुप-चुप तरीके से इस प्रकार के निर्माण हो रहे हैं। ऐसा नहीं है कि अवैध निर्माण का यह पहला मामला हैं। इस प्रकार के भवन निर्माण/कॉम्पलैक्स लगातार शहर मंे बन रहे हैं। आखिर एचआरडीए इनके खिलाफ कार्रवाई कब करेगा। यदि विभाग से इनकी अनुमति ली जाती, तो सरकार को करोड़ों के राजस्व का लाभ होता। वहीं इस संबंध में जब एचआरडीए के अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि जल्द ही ऐसे निर्माण कार्यों पर कार्रवाई की जायेगी।