रुड़की।
9 अगस्त 1942 की अगस्त क्रांति को लेकर रुड़की की सैनी धर्मशाला में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों को उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर कार्यक्रम में पूर्व मंत्री राम सिंह सैनी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी जगदीश नारायण सिन्हा का देश की आज़ादी में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा। पूरा देश आज़ादी की लड़ाई में उनके सहयोग को बखूबी जानता है। देश की आज़ादी में वही खून आज किरण कौशिक की रगों में भी दौड़ रहा है। स्वतंत्रता सेनानी जगदीश नारायण सिन्हा और सत्यवती सिन्हा को लोग नहीं भूला पाएंगे। पूर्व मंत्री ने कहा कि एक समय था जब इस देश के संघर्ष में लोगों की हालत बेहद खराब थी, लेकिन 1942 में महात्मा गांधी ने लोगों को खासतौर से युवाओं को अंग्रेज़ो के खिलाफ जगाया था।

उन्होंने अंग्रेज़ो को देश छोड़ने पर मजबूर किया और देश के लोगों को उनके खिलाफ खड़ा किया। देश की आज़ादी में ऐसे लोग भी हुए, जिन्हें फांसी पर लटका दिया गया लेकिन उन्होंने उफ तक नहीं की। देश के महान लोगों ने इस देश की आज़ादी के लिए हंसते- हंसते अपनी जान की कुर्बानी दे दी। लेकिन आज अफसोस होता है, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कभी कुछ नहीं किया, जिनका इस देश में कोई योगदान नहीं, ऐसे लोग पंडित नेहरू को बदनाम करते हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए। राम सिंह सैनी ने कहा कि सरदार पटेल, अशफाकुल्लाह खान, भगत सिंह, राजदेव जैसे लोगों ने देश की आज़ादी के लिए अपनी जान की कुर्बानी दी। पूर्व मंत्री ने कहा कि इस देश को धर्म और जाति के नाम पर देश को बंटने नहीं दिया जयेगा। ये देश महात्मा गांधी, भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर चलेगा। उन्होंने कहा आज हिमालय की चोटी से फिर हमने ललकारा है, दूर हटों ए अंग्रेज़ो हिंदुस्तान हमारा है, के साथ देश के लोग आगे बढ़ते गए और अंग्रेज़ों को बड़ी शिकस्त दी। इस दौरान प्रोफेसर देवेंद्र प्रताप सैनी ने कहा कि वह अपनी नोकरी छोड़कर जनता के बीच समाजसेवा करने आये हैं। रात हो या दिन वो लोगों की सेवा में रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में महापुरुषों की अहम भूमिका रही। आज भी देश ऐसे लोगों को श्रद्धांजलि दे रहा है। अब वो समाजसेवा को आगे बढ़ाएंगे। देश की हवा और पानी की मिट्टी में कुछ बात है जिसमें महात्मा गांधी जैसे लोग पैदा हुए।देश की तहज़ीब और भाईचारे को आज भी दुनिया के लोग याद करते हैं। देश के सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि उनकी हिम्मत और जज़्बे को सलाम करते हैं। देश को आज़ाद कराने पर देश के लोगों ने अपनी जान की कुर्बानी दी। अंग्रेज़ो ने देश में भारत के लोगों पर अत्याचार किये 9 अगस्त 1942 की क्रांति को भुलाया नहीं जा सकता। आज कांग्रेस के कार्यकर्ता अगस्त क्रांति मना रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर रकम सिंह सैनी तथा संचालन कुलदीप सूर्यवंशी ने किया। इस मौके पर कांग्रेसी नेता मुनेश त्यागी, पूर्व सांसद राजेन्द्र बॉडी, हंसराज सचदेवा, चौधरी राजेन्द्र सिंह एडवोकेट, सुभाष सरीन, श्यामसिंह नागयान, श्री गोपाल नारसन, नरेश सैनी, महेंद्र सैनी, श्रवण, मकसूद, कांग्रेस सचिव मोहम्मद मुबशिर, डॉ जयचंद आर्य, कर्ण सिंह कम्बु सैनी, अतुल कुमार, सुशील कश्यप, डॉ अफ़ज़ाल, चैयरमेन नरेश सैनी, पंडित सीताराम, मेलाराम प्रजापति, कलीम खान, प्रमोद भटनागर, सीताराम शर्मा, नरेश कश्यप, तहसीन अहमद, सलीम सलमानी आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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