रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर देशभर के शिक्षण संस्थान आईआईटी में एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक छात्रों के साथ भेदभाव और उत्पीड़न के खिलाफ, जिसके कारण कई आत्महत्याएं हुई हैं, आज रुड़की आईआईटी परिसर के बाहर विरोध और कैंडल जलाकर प्रदर्शन किया गया। साथ ही कहा कि भाजपा नेतृत्व की शिक्षा विरोधी नीति एवं जाति-गत भेदभाव का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।
ओबीसी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष आशीष सैनी ने कहा कि हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम सभी पीड़ितों के परिवारों का समर्थन करें, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए इस मुद्दे को उठाएं और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग करें। डाॅ. बीआर अंबेडकर ने हमें स्वतंत्रता और शिक्षा के माध्यम से सम्मानित जीवन का सपना छोड़ दिया है। जातिवादी ब्राह्मणवादी संस्थानों को बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा हमारे बच्चों को दिए गए इस अवसर को छीनने दें। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा यह पत्र आईआईटी प्रशासन और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का आहवान है, जिन्होंने बार-बार मामलों के बाद भी हमारे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की है। जिलाध्यक्ष मोहम्मद मुबशशीर ने कहा कि देश जिन हालातों से देश गुजर रहा है, हम उसकी कठोर निंदा करते हैं, जिस तरह से आईआईटी के छात्रों के साथ भेदभाव किया जा रहा है, उनके भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। कई  छात्र अपनी जान गंवा चुके हैं, उनके लिये आज हमने कैंडल जलाकर आईआईटी रुड़की गेट पर प्रदर्शन किया  है। ताकि उनको इंसाफ मिल सके। इस विरोध में भाग लेने के लिए सभी नागरिक, समाज संगठनों, छात्रों और दलित-बहुजन आंदोलन के सदस्यों का भी खुला आहवान है। इस लड़ाई में हम सब साथ हैं। इस अवसर पर रणबीर नागर, मौ. मुब्बशीर, सुशील कश्यप, सौरभ सैनी, पंकज सोनकर, गौरव ठाकुर, शकील अहमद, शैलेंद्र सिंह, दीपक वर्मा, अमित सोनकर, राहुल उपाध्याय, लवली सिंह, अबरार अहमद आदि मौजूद रहे।

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