रुड़की। ( बबलू सैनी )
मां-बेटी से दुष्कर्म के मामले में पुलिस आरोपियों को कठोर से कठोर सजा दिलाने के लिए पूरे साक्ष्य जुटाकर केस मजबूत करने में लगी हुई है। पुलिस ने आरोपियों की कार से मिले बालों को डीएनए टेस्ट के लिए भेजने की तैयारी कर ली है। कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर अनुमति मांगी गई है। सूत्रों का कहना है कि एक या दो दिन में सैंपल प्रयोगशाला में भेज दिया जाएगा।
रुड़की में 24 जून की रात एक कार में महिला और उसकी छह साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म जैसी बड़ी घटना को दरिंदों ने अंजाम दिया था। पुलिस का कहना है कि एक युवक ने कार सवारों से पहले महिला से दुष्कर्म किया था। महिला आयोग ने मामले में संज्ञान लेते हुए जल्द खुलासा करने के पुलिस को निर्देश दिए थे। पुलिस ने मुजफ्फरनगर व सहारनपुर से चार और महिला से दुष्कर्म करने वाले इमलीखेड़ा निवासी को गिरफ्तार किया था। साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल कार भी बरामद की थी। पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया। इस बीच पुलिस को आरोपियों की कार से बाल मिले थे। अब मामले में पुलिस कार से मिले बालों का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी कर रही हैै ताकि पुलिस कोर्ट में मजबूत साक्ष्य प्रस्तुत कर सके और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।
डीएनए टेस्ट कराने के लिए जांच अधिकारी की ओर से प्रार्थना पत्र दिया गया है। कोर्ट के आदेश मिलते ही मां-बेटी के खून का सैंपल और बालों को विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। पुलिस ने टेस्ट कराने की पूरी तैयारी कर ली है। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता मां-बेटी को मुआवजा राशि दिलाने के लिए जिला बाल विकास योजना अधिकारी को भी रिपोर्ट भेजी गई है। रिपोर्ट में पुलिस की ओर से पीड़िता को मुआवजा देने की बात कही गई है ताकि मां-बेटी इस धनराशि से बेहतर जीवनयापन कर सकें। वहीं मां-बेटी को एक या दो दिन में पुलिस की ओर से सिविल अस्पताल से नारी निकेतन भेजा जा सकता है। पुलिस ने इसकी भी लगभग पूरी तैयारी कर ली है।
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