रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) भारत के प्रथम उप-प्रधानमंत्री एवं लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं जयंती पर केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 रुड़की में कई कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस अवसर पर विद्यालय के शताधिक बच्चों ने आईआईटी के गेट नं-5 के पास से ‘यूनिटी फाॅर रन’ की शुरूआत की। अपने हाथों में बैनर एवं तख्तियां लिये हुये यह बच्चे दौड़ लगाते हुए भारत की एकता एवं अखंडता से संबंधित नारे लगाते हुए डी काॅलोनी सोलानीपुरम तक गये। वहां से वापस आरंभ स्थल से होते हुए एकता दौड़ लगाते हुए विद्यालय पहंुचे। बच्चों ने अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में लगभग 4 किमी की दूरी दौड़ते हुए तय की। एकता दौड़ के बाद सभा स्थल पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रातः कालीन गतिविधियों के साथ-साथ बच्चों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के भारत की एकता एवं अखंडता में योगदान तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। भाषण देने वाले बच्चों में मुख्य रुप से 11वीं कक्षा की छात्रा कुमारी किरण, 10 वीं कक्षा की छात्रा रिया सैनी, काव्या, सिमरन तथा इकरा नाज आदि ने विचार रखें। सरदार पटेल के चित्र पर विद्यालय के कैप्टन तथा
शिक्षक-शिक्षिकाओं ने माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक डाॅ. घनश्याम बादल ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व के अनछुए पहलूओं पर रोचक संवाद शैली में बच्चों से संवाद करते हुए उन्हें बताया कि अपने दृढ़ निश्चय के कारण वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरूष कहा गया तथा बारडोली आन्दोलन में किसानों का सफल नेतृत्व करने पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार कहकर बुलाया। उन्होनंे बच्चों से सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदर्शों पर चलते हुए राष्ट्र की सेवा करने का भी आहवान किया। विद्यालय के भौतिक विज्ञान प्रयोगशाला के परिचारक विजेन्द्र कुमार शर्मा को उनकी 36 वर्ष से अधिक की सेवा के बाद सेवानिवृत्ति होने पर प्रार्थना सभा में सम्मानित किया गया। डाॅ. बिपिन कुमार पांडे ने उनकी सेवा का उल्लेख करते हुए उनके सुखद जीवन की कामना की। पुस्तकालय सभागार में विजेन्द्र कुमार शर्मा ने उनकी विदाई पार्टी में प्रशस्ति पत्र तथा उपहार देकर सममानित किया। शर्मा ने विद्यालय परिवार के प्रति अपना आभार प्रकट किया तथा विद्यालय से स्थानांतरित होकर वेंकटगिरी जाने वाली शिक्षिका श्रीमति सीमा अग्निहोत्री को भी विदाई दी गई। विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में केवि-1 के प्राचार्य चन्द्रशेखर बिष्ट, केवि-2 के प्राचार्य अरविंद कुमार, हरेन्द्र कुमार, सविता वर्मा, घनश्याम बादल, डाॅ. बी.के. पांडे ने विदाई समारोह को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्राचार्य चन्द्रशेखर बिष्ट ने विजेन्द्र कुमार शर्मा के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आशा जताई कि उनका भावी जीवन प्रसन्नतापूवक व्यतीत हो। वहीं समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य अरविंद कुमार ने विजेन्द्र कुमार शर्मा की सेवाओं का स्मरण करते हुए कहा कि उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी तथा उन्होंने भी शर्मा के जीवन के सुखद एवं उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन स्टाफ सेक्रेटरी हरीशचंद्र भट्ट ने किया।