पुरोला/उत्तरकाशी। ( जय प्रकाश बहुगुणा )
उत्तरकाशी जनपद के पुरोला क्षेत्र में समुदाय विशेष के कुछ शरारती व अपराधी प्रवृति के लोगों के विरुद्ध 15 तारीख को होने वाली महापंचायत से प्रधान संगठन ने स्वयं को अलग कर लिया है। प्रधान संगठन ने आज उपजिलाधिकारी पुरोला देवानंद शर्मा को उक्त निर्णय से संबंधित ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि 15 तारीख को होने वाली महापंचायत की अध्यक्षता प्रधान संगठन नहीं करेगा। उप- जिलाधिकारी देवानंद शर्मा ने उक्त संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आज मंगलवार को प्रधान संगठन ने उन्हें पत्र देकर सूचित किया कि उक्त महापंचायत में प्रधान संगठन शामिल नहीं होगा। बजरंग दल ने महापंचायत शांति पूर्वक आयोजित करने के लिए प्रशासन को सूचित किया है। तीन सप्ताह पूर्व मुस्लिम व एक हिंदू युवक के पुरोला में नाबालिग युवती को फरार करने के घटनाक्रम के 17वें दिन भी मुस्लिम व्यवसाईयों की दुकानें बंद रही। मामले को लेकर जिलाधिकारी अभिषेक रोहिला व पुलिस कप्तान अर्पण यदुवंशी औचक क्षेत्र भ्रमण पर पुरोला पहुँचे व समुदाय विशेष के अपराधी किस्म के व्यवसाईयों के खिलाफ 15 जून को बुलाई गई संभावित महापंचायत को लेकर पुलिस, स्थानीय प्रशासन समेत प्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं व मुस्लिम समुदाय के साथ तहसील हॉल पुरोला में संयुक्त रूप से आपसी भाईचारा, सौहार्द पूर्ण माहौल बनानें को लेकर चर्चा की। जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान ने पुरोला में बीते 17 दिनों से घटित घटनाक्रम, वर्तमान हालातों के बारे में एसडीएम, सीओ पुलिस, थानाध्यक्ष पुरोला के साथ विस्तृत समीक्षा की। व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन चौहान आदि व्यापारियों ने कहा कि अपराधी किस्म के मुस्लिम व्यवसाईयों के अलावा किसी को भी पुरोला से जानें को नहीं कहा, जो भी दुकानें बंद कर गये हैं, अपनी इच्छा से गये। लोगों को आक्रोश इस बात को लेकर भी है कि अपराधी किस्म के लोगों को चिंन्हीत करनें में समुदाय विशेष व्यवसाई साथ नहीं देते। नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता राजपाल पंवार, अंकित पंवार, भाजपा मंडल अध्यक्ष जगमोहन पंवार आदि ने कहा कि नगर क्षेत्र में किसी भी तरह का माहौल खराब होने से पहले स्थानीय प्रशासन को समुदाय विशेष, हर वर्ग के अपराधों में लिप्त लोगों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करें ताकि नगर क्षेत्र में माहौल खराब होने नौबत ही न आये। कबाड़ी का व्यवसाय करने वाले रियायत अली, अशफर ने बताया कि वह 45 वर्षों से पुरोला में दुकानदारी कर रहे हैं, हमें किसी से कोई शिकवा व शिकायत नहीं है, पर 15 जून को महा पंचायत, धमकीं भरे पोस्टर चिपकानें से समुदाय विशेष के मन में डर का माहौल पैदा हुआ है। इधर दूसरी ओर आज प्रधान संगठन के महापंचायत की अध्यक्षता करने से मना करने पर अब बजरंग दल ने उपजिलाधिकारी पुरोला को पत्र सौंपकर महापंचायत शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन करने की जिम्मेदारी ली है।