रुड़की। आज इकबालपुर शुगर मिल गेट पर किसान सगठनों व राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी के डिप्टी कन्वीनर मो. आदिल फरीदी समेत सैकड़ों लोगों ने विधायक देशराज कर्णवाल का जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर बोलते हुए विधायक कर्णवाल ने कहा कि आज प्रदेश व देश किसानों के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा हैं। लेकिन इकबालपुर, लिब्बरहेड़ी और लक्सर शुगर मिल पर 234 करोड़ रुपये बकाया हैं। जिसे किसानों को दिलाने के लिए प्रदेश सरकार से सवाल किया कि सरकार उनकी आरसी जारी करें, चल-अचल सम्पत्ति कुर्क करें। इसके उत्तर में गन्ना मंत्री ने कहा था कि मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन हैं। जबकि कोर्ट द्वारा मिल के उपर कार्रवाई करने के लिए मना नहीं किया गया और न ही मिल मालिक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में रखने के लिए मना किया गया। ऐसा कोई आदेश हाईकोर्ट ने जारी नहीं किया। जबकि मिल मालिक ने झूठा शपथ पत्र कोर्ट में दाखिल कर कहा कि 31 मार्च तक किसानों की धनराशि खाते में जमा करा दी जायेगी। जबकि ऐसा नहीं हुआ। यह कोर्ट के आदेशों की अवमानना हैं। उन्होंने कहा कि इकबालपुर शुगर मिल पर बकाया किसानों को जल्द दिलाया जाये, वरना मिल मालिक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायेंगे और किसानों के हक की लड़ाई लड़ने के लिए कोर्ट भी जाउंगा। इसके बाद वह झबरेड़ा थाने पर पहंुचे और थाने में पुलिस को तहरीर देकर बताया कि मिल मालिक श्रेया साहनी गन्ने का भुगतान नहीं कर रही हैं। जबकि मिल प्रबन्धक पंकज गोयल, सुरेश शर्मा हैं। यह तीनों व्यक्ति भुगतान के सम्बन्ध में निर्णय लेते हैं। क्षेत्र के किसानों की बुरी दशा हैं। गन्ना भुगतान न होने के कारण बबलू पुत्र राजकुमार, ऋषिपाल पुत्र मोहर सिंह निवासी मूलेवाला, सलीम पुत्र लियाकत व लियाकत पुत्र अलादीन निवासी अकबरपुर झोझा, सुरेश पुत्र दिलेराम निवासी खडखडी दयाला आदि किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय हैं। जबकि मिल अधिकारी पैसा देने से साफ इंकार कर रहे हैं। यही नहीं उक्त लोग चीनी को बिना रिकॉर्ड के ही बेच रहे हैं। इन्होंने किसानों के साथ धोखाधड़ी और विश्वासघात कर उनकी धनराशि हड़प ली। किसान आत्महत्या को विवश हो रहे हैं। जबकि पैसा न मिलने के कारण जहूर नामक किसान की मौत भी हो चुकी हैं। यह जान-बूझकर किसानों का पैसा नहीं दे रहे हैं। इसीलिए इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाये। यह तहरीर उन्होंने आज थाने में दरोगा चिंतामणि को सौंपी। इस मौके पर मण्डल अध्यक्ष सुबोध शर्मा, प्रधान पंजाब सिंह, प्रधान बबलू चौधरी, अरशद, जमशेद, भूरू गाडा, सतीश नागर, प्रीतम, ऋषिपाल, मच्छंदर सैनी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।