रूड़की। ( आयुष गुप्ता )
हरिद्वार क्रिकेट एसोसिएशन हरिद्वार द्वारा जनपद के प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आज एसोसिएशन सचिव के विरोध में जनपद की ज्यादातर अकैडमियों के संचालकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए। साथ ही बताया कि एकेडमियों से लीग के नाम पर 20 हजार रुपए तथा खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के नाम पर 500 रुपये वसूल किए जाते हैं। जबकि उनका रजिस्ट्रेशन फॉर्म तक भी नहीं भरवाया जाता। न ही उक्त फीस या फॉर्म फीस वसूलने का एसोसिएशन को कोई अधिकार है। उक्त पदाधिकारी मनमाने तरीके से अपने चहेते खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करा रहे हैं। जिनका रिकॉर्ड भी कोई खास नहीं है।
आज नेहरू स्टेडियम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पंकज शर्मा ने बताया कि हरिद्वार की अधिकतर एकेडमी में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ हरिद्वार के द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं एवं मनमाने ढंग से खिलाड़ियों के चयन की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि विगत 19 अप्रैल को एसोसिएशन द्वारा एक मीटिंग का आयोजन किया गया था, जिसमें एसोसिएशन के सचिव इंद्र मोहन बड़थ्वाल द्वारा अन्य एकेडमी संचालकों के विरोध के बावजूद अपनी हठधर्मिता के आधार पर निर्णय लिया गया था। लीग में मोबाइल एप्प क्रीक हीरोज ऐप के द्वारा टीम का चयन किया जाएगा, जबकि क्रीक हीरोज ऐप मात्र मैच की स्कोरिंग के लिए है न कि चयन प्रक्रिया के लिए। उन्होंने क्रीक हीरोज ऐप को दरकिनार करते हुए अपने जिमखाना क्रिकेट एकेडमी एवं प्रकाश स्पोर्ट्स हरिद्वार के खिलाड़ियों का चयन किया, जबकि अन्य खिलाड़ियों के भविष्य को देखते हुए किसी भी तरह से न्याय संगत निर्णय नहीं लिया गया। पंकज शर्मा ने आरोप लगाया कि जिमखाना क्रिकेट एकेडमी सचिव इंद्र मोहन बड़थ्वाल की स्वयं की है और इसके कोच सचिव इंद्रमोहन के बड़े भाई चंद्र मोहन बड़थ्वाल हैं और प्रकाश स्पोर्ट्स हरिद्वार के स्वामी अनिल खुराना अपने आपको एसोसिएशन का सदस्य बताते हैं, जो नियमावली के विरुद्ध है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ हरिद्वार के सचिव इंद्रमोहन बड़थ्वाल एसोसिएशन के नियमों व आदेशों को भी दरकिनार कर मनमाने ढंग से अपने चहेतों को आगे बढ़ा रहे हैं ताकि उनकी एकेडमी का नाम रोशन हो सके। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तराखंड में सीनियर लीग के सेमीफाइनल और फाइनल मैच 2 दिन में कराए गए, जबकि हरिद्वार में समय होने के बावजूद 50-50 ओवरों के कराए गए। यह कदम भी खिलाड़ियों के हित में नहीं है। एसोसिएशन सचिव इंद्र मोहन बड़थ्वाल द्वारा किसी भी खिलाड़ी पर मनमाने तरीके से कागज पूर्ण होने पर 2 साल तक का प्रतिबंध लगा दिया जाता है। जबकि इनकी अपनी एकेडमी व प्रकाश स्पोर्ट्स हरिद्वार के खिलाड़ियों के कागज पूर्ण न होने पर भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही की जाती। प्रकाश स्पोर्ट्स के खिलाडी आदित्य प्रभु को गत वर्ष अंडर-19 के जन्म प्रमाण पत्र न होने के बावजूद प्रतिभाग कराया गया। क्योंकि उक्त खिलाड़ी इनकी स्वयं की एकेडमी से था। इनके ऐसे कृत्य इनके भेदभाव को स्पष्ट दर्शाते है।
जनपद की एकेडमी के कोच व सचिव द्वारा निर्णय लिया गया कि सचिव इंद्र मोहन बड़थ्वाल द्वारा मनमाने ढंग से लिए गए फैसलों से खिलाड़ियों का भविष्य भी अंधकार की ओर जा रहा है। और यही आलम रहा, तो उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सचिव द्वारा जो मनमानी रणनीति अपनाई जा रही है, उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस प्रकरण को लेकर वह डीएम हरिद्वार, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड में भी शिकायत की गई। अगर उन्हें न्याय नहीं मिला और बच्चों के भविष्य को लेकर गलत कदम उठाए गए, तो वह हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाने को बाध्य होंगे। जिन खिलाड़ियों का चयन होना था, उनमें राहुल देव (रन 73, विकेट 7), विवेक यादव (रन 152, विकेट 7), राव इमरान (रन 70, विकेट 9), अंकित (विकेट -9), दीपक चौधरी (रन 183, विकेट -3), अभिषेक ठाकुर (रन 174) शामिल है, जबकि प्रभाकर साहनी, प्राण प्रतीक, उत्सव राय को गलत निर्णय के चलते चयनित किया गया। जबकि मनीष गौड़, अनिकेत राहाल व मोहम्मद सुहेल, जो अंडर-19 व 25 राज्य स्तरीय टीम में खेल चुके है, उन्हें कंसीडर ही नही किया गया। पत्रकार वार्ता में क्रिकेट एकेडमी संचालक पंकज शर्मा, अवतार सिंह, गुरविंदर सिंह, शिवम सैनी, जावेद, नदीम, संजीव कुमार, देवेंद्र कुमार, विनीत कुमार, रोहित कुमार, अनुराग जैन, मोहम्मद फैजल, मनीष कुमार, रोशन तांगड़ी, व्यापारी नेता कमल चावला, संजीव कुमार, जान आलम आदि मौजूद रहे।