रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
गौवंश संरक्षण स्क्वायड टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मुखबिर की सूचना पर गौवंश की टीम ने गोकशी के प्रयोजन से परिवहन किये जा रहे 3 गौवंशीय पशुओं को कटान से पूर्व जीवित बचाकर वाहन से गोकशी के उपकरण बरामद किये। जबकि टीम को देखकर गौ तस्कर व वाहन चालक वाहन से कूद कर फरार होने में सफल रहे।
उत्तराखंड गौवंश संरक्षण स्क्वायड गढ़वाल परिक्षेत्र हरिद्वार की टीम को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि ग्राम जोरासी जबरदस्तपुर में सोनाली नदी पुल के पास एक छोटा हाथी वाहन संख्या UP-12-T-7599 में गोवंशीय पशुओं को गौकशी के लिए मुकरपुर, गढी-संगीपुर की ओर ले जाया जा रहा है। मुखबिर की सूचना पर गौवंश की टीम बताये गये स्थान पर पहुंची और ग्राम जोरासी जबरदस्तपुर की ओर से गढी-संगीपुर, मुकरपुर की ओर आने वाले एक छोटा हाथी वाहन को सोनाली नदी पुल से लगभग 01 किलोमीटर पहले ही रुकने का इशारा किया, तो गाड़ी चालक टीम को देखकर गाड़ी छोड़कर खेतो के रास्ते फरार हो गया। जिसका टीम द्वारा काफी पीछा किया गया, लेकिन आरोपी हत्थे नही चढ़ सका। बाद में उक्त वाहन को चेक किया गया, तो इसमें 3 जीवित गाये बरामद हुई। जिनमें से एक गाय को वाहन के फर्श पर लिटाया गया था, इन पशुओं के लिए वाहन में पर्याप्त स्थान नही था। उक्त वाहन की तलाशी में कंडक्टर सीट के पायदान के पास से एक पीले रंग के कट्टे के अंदर नीली रंग की शाल में लपेटकर गोकसी उपकरण कुल्हाड़ी, लोहे की छुरियां, लोहे का सुआ, लोहे का चापड़, पलडा, तराजू मय बाट के बरामद हुए। मौके से बरामदा तीनों गायें भूखी-प्यासी और डरी-सहमी सी प्रति हो रही थी। मौके पर स्थानीय पशु चिकित्सा अधिकारी को बुलाकर जीवित गायों का मेडिकल परीक्षण कराया गया, गोकसी करने के प्रयोजन से वाहन में ठूंस-ठूंस कर व क्रूरता पूर्वक परिवहन की जा रही तीनों गायों के परिवहनकर्ता वाहन संख्या UP-12-T-7599 Tata Ace छोटा हाथी के चालक (नाम व पता अज्ञात) के विरुद्ध कोतवाली रुड़की पर धारा 3/6/11 उत्तराखंड गौवंश संरक्षण अधिनियम 2007 व 3/11 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत अभियोग पंजीकृत कराया गया। मौके से फरार वाहन चालक उपरोक्त की तलाश हेतु उसके मिलने के संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। टीम में वरिष्ठ उप निरीक्षक नीरज कुमार, एसआई शरद सिंह, कॉन्स्टेबल पूरण दानू, प्रवीण सैनी, राजेन्द्र रावत शामिल रहे।