रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
केएलडीएवी इन्टर कॉलेज रूडकी के कुछ अध्यापकों द्वारा तथ्य छिपाकर कराये गये विनियमितिकरण को निरस्त करने की माँग करते हुए अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मण्डल पौडी को शिकायत भेजी गई है। सहायक अध्यापक अरविन्द कुमार ने अपने पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि राकेश कुमार वर्मा, रविन्द्र सिंह, श्रीमती प्रणिता जैन उर्फ़ प्रणिता सिंघल तथा सुनील कुमार धीमान की सृजित एवं रिक्त विषयों के सापेक्ष नियुक्ति न करके ऐसे विषयों पर नियुक्ति प्रदान कर दी गई, जिसकी उक्त अध्यापक तत् समय शैक्षिक अर्हता ही पूर्ण नहीं करते हैं। अरविन्द कुमार ने राकेश कुमार वर्मा की सामाजिक विज्ञान विषय की बजाय बायोलोजी में, रविन्द्र सिंह की नियुक्ति सामाजिक विज्ञान विषय पर की गई, जबकि रविन्द्र सिंह सामाजिक विज्ञान विषय की तत् समय प्रचलित अधिनियम के अनुसार निर्धारित न्यूनतम अर्हता ही पूर्ण नहीं करते हैं। एक अन्य मामले में विद्यालय में रिक्त पड़े हिन्दी विषय पद के सापेक्ष श्रीमती प्रणिता जैन उर्फ़ प्रणिता सिंघल को सामाजिक विज्ञान विषय में नियुक्ति प्रदान कर दी गई। अरविन्द कुमार सहायक अध्यापक का आरोप है कि सहायक अध्यापक सुनील कुमार धीमान की नियुक्ति बिना रिक्त पद के ही करके शिक्षा माफ़ियाओं द्वारा राजकोष को व्यापक स्तर पर हानि पहुँचाईं जा रही हैं। शिकायतकर्ता अरविन्द कुमार ने अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मण्डल पौडी को साक्ष्यों सहित पत्र भेज कर उक्त नियुक्तियों के विनियमितिकरण को तत्काल निरस्त करने की माँग की है। शिकायतकर्ता ने विनियमितिकरण हेतु निर्गत पत्र का हवाला देकर एडी पौडी को तथ्य प्रकाश में आने पर विनियमितिकरण निरस्त करने सम्बंधी पत्र भी संलग्न किया है। नियम विरुद्ध तदर्थ नियुक्तियों के विनियमितिकरण के कारण उनके हित प्रभावित हुए हैं।
उक्त प्रकरण को लेकर एक बात से तो साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब भी इस तरह के शिक्षा क्षेत्र हो या अन्य कोई क्षेत्र। भ्रष्टाचार से संबंधित उच्च अधिकारियों या संबंधित अधिकारियों को शिकायत की जाती है, तो उक्त अधिकारियों द्वारा अपने स्तर से कम ही संज्ञान लिया जाता है। थक-हारकर पीड़ित/शिकायतकर्ता को कोर्ट की शरण लेनी पड़ती है और कोर्ट के चंगुल में ही ऐसे भ्रष्ट सरकारी मुलाजिम आते हैं, जिन्हें बाद में अपनी रिपोर्ट सबमिट कर अपनी जान छुड़ाने को मजबूर होना पड़ता है।
