पौड़ी: 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा-कांग्रेस रणनीति बनाने में जुटे हैं। भाजपा रणनीति रूप से पहला कदम सीएम का चेहरा बदलकर उठा चुकी है। कांग्रेस भी सभी विधानसभा सीटों पर प्रभारी पहले ही घोषित कर चुकी है। लगातार राज्यभर में पार्टी लोगों से संपर्क किया जा रहा है। इन सबके बीच कुछ युवा चेहरे लोगों की पहली पसंद बनकर उभरे हैं। ऐसा ही एक युवा चेहरा पौड़ी जिले की चैबट्टा खाल विधानसभा क्षेत्र के कविंद्र इष्टवाल हैं।
कविंद्र इष्टवाल वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश सचिव हैं। उनकी पहचान केवल कांग्रेस सचिव की नहीं है। क्षेत्र में लगातार बने रहते हैं। सामाजिक कार्यों में उनकी भूमिका रहती है। एक समाजसेवी के रूप में लोग उनको अच्छे से पहचानते हैं। उनकी यही पहचान है। लोगों के सुख-दुख में उनके साथ रहते हैं। यही बात उनको सबसे अलग करती है।
कोरोना काल में जहां सरकार के क्षेत्रीय विधाय, कई जनप्रतिनिधि और अन्य लोग अपने घरों में कैद रहे कविंद्र इष्टवाल ने लगातार लोगों के बीच में जाकर उनकी परेशानियों को समझा। उनकी दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया। इसमें सफल भी रहे। कई लोगों की मदद की। लोगों के घरों तक राशन तो पहुंचाया ही दवाएं पहुंचाने का काम भी किया। जब सरकार की व्यवस्थाएं फेल हो गईं, तो उन्होंने अपने प्रयासों से पैसा खर्च कर सैनिटाइजर मंगवाकर क्षेत्र में गांवों में पहुंचाया।
इतना ही नहीं कविंद्र इष्टवाल ने कोरोना संकट के दौरान जब गांवों तक मास्क नहीं पहुंच पा रह थे। उन्होंने मास्क बनाने के लिए महिलाओं प्रेरित किया और उनसे मास्क बनवाकर कोरोना के संक्रमण को रोकने के साथ ही महिलाओं को रोजगार भी उपब्ध कराया। इसके अलावा गांव लौटे प्रवासी युवाओं को जब सरकार ने कोई मदद नहीं कि तो उन्होंने युवाओं की आवाज उठाई। उनको हौसला दिया, उनका मार्गदर्शन कर अलग-अलग कामों में जोड़ा। नतीजा यह रहा कि युवा आज अपना काम कर रहे हैं।
इससे स्थानीय उत्पादों और उत्तराखंड खान-पान को नई पहचान दिलाने के लिए भी काम किया। क्षेत्र में हर छोटी-बड़ी समस्या। खेल आयोजनाओं में युवाओं के लिए खेल सामग्री से लेकर संकट में साथ खड़े रहने तक लगातार बने रहते हैं। कांग्रेस के आने से पहले भी लगातार लोगों के बीच काम किया। राजनीतिक रूप से देखा जाए तो कविंद्र इष्टवाल एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं।
चुनाव जीतने के लिए पैसों से कहीं अधिक जनता के वोटों की आवश्यकता होती है, जिस तरह से लोगों उनसे जुड़े हैं। कांग्रेस के लिए चैबट्टाखाल सीट से एक अच्छा विकल्प साबित होंगे। युवाओं से लेकर महिलाएं और बुजुर्ग हर किसी का उनसे जुड़ाव है।
उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वो लागातार लोगों के बीच में बने रहते हैं। कविंद्र इष्टवाल के पक्ष में एक और बात यह है कि वो बेहद सरल स्वभाव के हैं। उनको जब भी क्षेत्र से बुलावा आता है। वो हर आयोजन में पहुंच जाते हैं। केवल पहुंचते ही नहीं, बल्कि क्षेत्र के लोगों को विभिन्न माध्यमों से प्रोत्साहित भी करते रहते हैं।