रुड़की।
धर्म संसद को लेकर संतों पर जेहादी मानसिकता के लोगों द्वारा अनावश्यक, अमर्यादित टिप्पणी कर उनके खिलाफ षड्यंत्र के तहत पुलिस प्रशासन से मिलकर एफआईआर दर्ज कराना, यही नही मुख्यमंत्री को दबाव में लेकर संतों द्वारा आयोजित इस धर्म संसद के खिलाफ एसआईटी जांच बैठाना, उनकी घटिया मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि धर्म संसद का आयोजन हिंदू धर्म गुरुओं द्वारा समाज को जागरूक करने और उन तक अपने सुझाव पहुचाने के उद्देश्य से किया गया था, जिसे जेहादी मानसिकता के लोगों द्वारा देश-विदेश में इसे गलत तरीके से प्रदर्शित किया गया।
उक्त बात आज आदर्श नगर स्थित श्रीगार्डन में आयोजित प्रेसवार्ता में बोलते हुए श्री कृष्ण प्रणामी गौ सेवा धाम के संत स्वामी सागर सिंधुराज महाराज ने कही। उन्होंने अलीगढ़ स्थित एक मदरसे के मौलाना सलमान इम्तियाज द्वारा दिये गए कथित ब्यान का पलटवार करते हुए कहा कि आज ऐसे जेहादी मानसिकता के लोग धर्म पर प्रवचन दे रहे है, ऐसे लोग देश का माहौल खराब करनेे का काम कर रहेे हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें आम मुसलमान से कोई परेशानी नही, वह उन्हें भाई समझते है, लेकिन जो जेहादी मानसिकता के लोग है और औरंगजेब व अलाउद्दीन खिलजी जैसे आक्रांताओं को अपना आदर्श मानते है, उनका अब जगह-जगह व हर मोर्चे पर विरोध किया जायेगा तथा गांव-गांव व घर-घर जाकर जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। साथ ही कहा कि ऐसे जेहादी मौलाना साद को बाहर निकाले, जिन्होंने कोरोना को देश मे फैलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि यह जन जागरण तब तक जारी रहेगा, जब तक भारत देश से जेहादी मानसिकता और लोगों का खात्मा नहीं हो जाता और भारत हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं होता। उन्होंने कहा कि जिहादियों के खिलाफ गांव-गांव, घर-घर हिंदू को जागरूक किया जायेगा। उन्होंने सभी हिन्दू लोगों से आह्वान किया कि ऐसे लोगों से अपने रिश्ते और सम्बंध तथा लेन-देन भी खत्म कर दें, जो विदेशी आक्रांताओं को आदर्श मानते हो, उन्होंने कहा कि हमारा अभियान जिहादी मानसिकता और जेहाद के खिलाफ है। कहा कि ऐसे जेहादी मानसिकता के लोग भारत देश की रक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं और पाकिस्तान को अपना घर समझते हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को भी मुंह तोड़ जवाब दिया, जिन्होंने हिंदुओं की धर्म संसद को तथाकथित संतों के आतंकवादी संगठन की बैठक बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन व सरकार ने संतों से बिना पूछे एफआईआर दर्ज की, जबकि प्रशासन को संतो से पूछना चाहिए था, लेकिन यदि मुख्यमंत्री को सड़क जाम करना ही उन्हें ताकत का अहसास कराना लगता है, तो वह 16 जनवरी के बाद ऐसा करने स्व भी पीछे नही हटेंगे। साथ ही जानकारी दी कि आगामी 16 जनवरी को हरिद्वार के बैरागी कैंप में विशाल प्रतिकार रैली आयोजित होने जा रही है, जिसमें देश के सभी 127 पंथों के प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे और आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रेसवार्ता के माध्यम से वह अपनी बात सरकार तक पहुंचाना चाहते है, ओर सरकार की बुद्धि मिले, इसके लिए भी प्रार्थना करेंगे। उन्होंने बताया कि आगामी 21 व 22 जनवरी को अलीगढ, 22 व 23 फरवरी को शिमला ओर मार्च में कुरुक्षेत्र में धर्म संसद आयोजित होगी। साथ ही बताया कि भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है। जहां सरकार के बिना देश के 127 पंथ भारत की व्यवस्था में अपनी भूमिका निभाते थे। उनका फैसला सर्वमान्य होता था। पत्रकार वार्ता में देवेंद्र पाल, सत्यवर्तानंद महाराज हरिद्वार, स्वामी वीनोद, गिरी समाज के प्रांतीय अध्यक्ष पदम गिरी आदि मौजूद रहे।

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