रुड़की। क्वाड्रा इंस्ट्टियूट ऑफ आयुर्वेद कॉलेज में 7वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस वर्चुअल रुप में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में योग की संस्कृति के बारे में जागरूकता बढ़ाने की भावना और योग का अभ्यास करने और इसे अपने दैनिक जीवन में एकीकृत करने के लाभों को याद करना था। कार्यक्रम में वर्चुअल रुप से जुड़े लोगों ने योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए ऑनलाइन शपथ ली।
स्वास्थ्य विभाग योगाचार्य शक्ति सिंह ने वर्चुअल रुप से आसन, प्रणायाम के अभ्यास कराकर उनसे होने वाले प्रभाव को समझाया। क्वाड्रा संस्थान के सचिव डॉ. रकम सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी और योग आयुर्वेद को जीवन का अंग बताते हुए कहा कि योग शरीर मन बुद्धि और आत्मा को एकमत करने वाला अदित्तीय माध्यम है। यह भारतीय संस्कृति की विश्व को ऐसी अनमोल धरोहर है, जिसको वर्षो से हमारे ऋषि मुनियों ने संरक्षित संशोधित ओर विकसित कर विश्व के सामने औषधि रहित निरोग्य जीवन की नयी कल्पना रखी। कार्यक्रम में क्वाड्रा निदेशक डॉ. ऋषभ कुमार, मनोज गोयल, आंकलन जैन, डॉ. सौरभ कुमार, डॉ. रश्मि, डॉ. सेरोन प्रभाकर, डॉ. सुजाता, डॉ. नेहा, डॉ. विवेक ठाकुर, डॉ. अंकित, डॉ. भूमि, डॉ. एकता मैथानी, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. सरोज पांडेय, डॉ. गोपाल कृष्ण शर्मा, डॉ. संजय कुमार, डॉ. सौरभ कुमार, डॉ. मयंक विश्नोई, डॉ. रजनीकांत, डॉ. दीपिका वर्मा, डॉ. चारु शर्मा, डॉ. जितेंद्र शर्मा, डॉ. कमलेश्वर प्रशाद, डॉ. अनुरिता गुप्ता, डॉ. अमित, डॉ. रचना गुप्ता, डॉ. योगेश, संजय सैनी, सिसोदिया, सुनील कुमार, दीपक कुमार आदि ने वर्चुअल रुप से हिस्सा लिया।