रुड़की। ( बबलू सैनी ) अकबर अली पुत्र फकीरा निवासी नगला इमरती ने जेएम को लिखित शिकायत में बताया कि वह बीमार रहता हैं और आबादी में उसकी जमीन हैं। इस जमीन को कब्जाने की भूरा, युनुस, युसुफ पुत्र इब्राहिम व गुलशेर, शमशेर, अमजद, अरशद पुत्रगण आबिद निवासी नगला इमरती फिराक में हैं। इस संबंध में विपक्षियों द्वारा एक रिट उच्च न्यायालय में दायर की गई थी। जिसका निस्तारण नहीं हो पाया और न्यायालय द्वारा यह भी आदेशित किया गया कि कोई भी पक्ष इस भूमि पर निर्माण नहीं करेगा। यह गांव
चकबंदी प्रक्रिया में हैं, लेकिन विपक्षी जोर-जबरदस्ती कर इस जमीन पर अवैध निर्माण करते आ रहे हैं, जिसकी कई बार चकबंदी विभाग में भी शिकायत की गई और उन्होंने मौके पर आकर इस अवैध निर्माण को रुकवाया। इसके बाद विपक्षी मारपीट और झगड़ा करने पर उतारू रहते हैं। यही नहीं चकबंदी अधिकारी द्वारा पुलिस बल के लिए अपनी आख्या प्रेषित की। साथ ही सिविल लाईन पुलिस को भी अवैध निर्माण रुकवाने के लिए निर्देश दिया। इस पर सहायक चकबंदी अधिकारी अपने स्टाफ के साथ पुलिस बल लेकर मौके पर पहंुचे और इस निर्माण को रुकवाया तथा हिदायत दी कि इस पर अवैध कब्जा या निर्माण न हो। आज फिर से विपक्षी बड़ी संख्या में मिस्त्री और मजदूर लेकर जमीन पर पहंुचे और अवैध निर्माण शुरू कर दिया। इस प्रकार विपक्षी बार-बार उच्च न्यायालय के आदेशों की अवमानना कर रहे हैं। पीड़ित ने सिविल लाईन कोतवाल व सहायक चकबंदी अधिकारी मंगलौर को शिकायत कर इस अवैध निर्माण को रुकवाने की मंाग की तथा कहा कि बार-बार न्यायालय की अवमानना उक्त लोग कर रहे हें। इनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाये।