रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) आईएसआर भुवनेश्वर (उड़ीसा) द्वारा प्रायोजित विभिन्न गतिविधियों को क्षेत्र में भारत विकास अवार्ड प्रतिवर्ष समस्त भारत की विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को दिया जाता हैं। वर्ष 2022 में शिक्षा के क्षेत्र में भारत विकास अवार्ड-2022 उत्तराखण्ड के दो संस्कृत शिक्षकों के हिस्से में आया। बीडी इंटर काॅलेज भगवानपुर हरिद्वार के संस्कृत शिक्षक डाॅ. विजय कुमार त्यागी एवं मारवाड कन्या इंटर काॅलेज रुड़की की संस्कृत शिक्षिका श्रद्धा हिन्दू को यह अवार्ड दिया गया। यह सम्मान डाक द्वारा दोनों शिक्षकों को मिला। जिसमें प्रमाण-पत्र, पदक, स्मृति चिन्ह, भारत विकसस अवार्ड पत्र, प्रकाशित विशिष्ट
उपलब्धियों से युक्त डायरी, पुष्पगुच्छ आदि से युक्त किट प्राप्त हुई। सनद रहे कि डाॅ. विजय कुमार त्यागी के 13 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हैं तथा 20 से अधिक पुस्तकों का लेखन, संपादन एवं प्रकाशन किया जा चुका हैं। सामाजिक कार्य के रुप में छात्र-छात्राओं के शिक्षा उन्नयन हेतू पाठ्य सामग्री का निःशुल्क वितरण तथा श्रेष्ठ सफल छात्रों को आचार्य पं. हरी सिंह त्यागी छात्रवृत्ति सम्मान 1100 रुपये तथा प्रमाण-पत्र प्रदान करते हैं। श्रद्धा हिन्दू विभिन्न विषयों की विशेषज्ञ हैं तथा स्काउट गाइड का सफल संपादन करती है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्रों का कुशल मार्गदर्शन किया तथा राज्य स्तर तक के खेलों में छात्राओं को प्रतिभाग कराया। वह संस्कृत विभाग की एचओडी हैं। उन्होंने राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान से प्रथम दीक्षा प्राप्त की। सामाजिक क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट कार्य करती हैं। इस पुरस्कार प्राप्ति के अवसर पर ओम विहार में एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें उक्त सम्मान प्रोफेसर ईश्वर भारद्वाज एवं सहायक शिक्षा निदेशक डाॅ. वाजश्रवा आर्य, आचार्य पं. हेमंत तिवारी ने प्रदान किया। इस दौरान डीन प्रो. ईश्वर भारद्वाज ने इस उपलब्धि पर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उन्नति के लिए प्रेरित किया। मुख्य अतिथि डाॅ. वाजश्रवा आर्य ने कहा कि संस्कृत शिक्षा संस्कारों की जननी है। इस पर उन्होंने आईएसआर का धन्यवाद दिया तथा कहा कि इन दोनों शिक्षकों को सम्मानित कर उन्होंने उत्तराखण्ड के शिक्षक जगत का गौरव बढ़ाया। इस मौके पर आचार्य हेमंत तिवारी ने डाॅ. विजय कुमार त्यागी के काॅलेज में छात्र के रुप में व्यतीत किये गये दिनों को स्मरण किया और कहा कि उन्होंने गुरूकुल परिवार का गौरव बढ़ाया। इस दौरान डाॅ. सामश्रवा आर्य ने कहा कि संस्कृत भारतीय सभ्यता संस्कृति एवं संस्कारों की समवाहक भी हैं। छात्र-छात्राओं को किताबी शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों को ग्रहण करना चाहिए। वहीं बीडी इंटर काॅलेज के सहायक अध्यापक रजत बहुखंडी ने अपनी शुभकामनाएं और बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डाॅ. सुशील त्यागी ने दोनों शिक्षकों के कार्यों को सराहा। इस मौके पर गुरूकुल कांगडी विश्वविद्यालय के असि. प्रो. डाॅ. बबलू वेदालंकार, महर्षि अनुज आत्रेय, सतीश शर्मा, अनिता त्यागी, दीपशिखा त्यागी, एकता, शिक्षा, संस्कृति, प्राची आदि मौजूद रहे।