रुड़की। ( बबलू सैनी ) आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली एवं शैलनट रुड़की के संयुक्त तत्वाधान में 30 दिवसीय बाल नाट्य कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा हैं। कार्यशाला में प्रख्यात रंगकर्मियों ने प्रतिभागियों को अभिनय की विद्याओं से अवगत कराया, जिसके उपरांत पेशावर कांड के नायक वीरचन्द्र गढ़वाली राहूल सांकृत्यायन उपन्यास पर आधारित नाटक का बाल कलाकारों द्वारा अभिनय करके वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली के जीवन पर आधारित नाटक का सफल मंचन किया गया।
समापन अवसर पर मुख्य अतिथि कर्नल एम.पी. शर्मा एवं मेयर गौरव गोयल द्वारा दीप प्रज्जवलित कर नाट्य का शुभारम्भ किया गया। मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए कर्नल एम.पी. शर्मा ने नाटक की सराहना करते हुए कहा कि हमें अपने देश के वीर सैनिकों एवं अमर शहीदों के शौर्य एवं पराक्रम नाटकीय मंचन करके भावी पीढ़ी को दिखाने चाहिए। जिससे उनमें राष्ट्रप्रेम एवं देशभक्ति की भावना जागृत होती रहे। उन्होंने इस नाटक के कैम्प डायरेक्टर विजय राजवंशी एवं सहायक डायरेक्टर राम प्रताप एवं समस्त टीम को बधाई दी और कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले बाल कलाकारों को समाज में बढ़ रही दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिए मंच पर प्रतिभागी लड़के व लड़कियांे को शपथ दिलाई कि जो लड़का दहेज मांगेगा वह उससे विवाह नहीं करंेगी और लड़के भी अपने विवाह में दहेज नही मंागेंगे। इसी प्रकार से ही नयी पीढ़ी में दहेज जैसी बुराई को समाप्त किया जा सकता हैं। इस अवसर पर नाटक के कैम्प डायरेक्टर विजय राजवंशी ने कहा कि वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली जैसे वीर सपूतों के बलिदान से हमारा देश आजाद हुआ हैं। इस लिये इन सपूतों पर आधारित नाटकों का मंचन भारत के विभिन्न प्रदेशों में करते रहेंगे। जिससे हमारे देश के सैनिकों, देश के रक्षकों का गौरव एवं यश-ज्ञान होता रहे ओर भावी पीढ़ी को भी अपने शौर्य पराक्रम के इतिहास में अवगत कराया जा सके। दिल्ली से आये कार्यशाला में सहायक निर्देशक रामप्रताप ने सभी बाल कलाकारों को अभिभावकों एवं दर्शकों, बैक स्टेज पर सहयोग करने वाले सभी टीम के सदस्यों का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया। नाटक वीरचंद्र सिंह गढ़वाली के स्क्रिप्ट लेखक कमल सिंह रावत ने इस कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि सभी बाल-कलाकारों ने अपना उच्च अभिनय करके सभी पात्रों के चरित्र को अभिनय से जीवित कर दिया। इसके लिए सभी बाल कलाकार बधाई के पात्र हैं। रावत ने यह भी कहा कि हम उत्तराखण्ड संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रदेश के विभिन्न शहरों में इस नाटक का मंचन करायेंगे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. ज्योति गुप्ता ने नाटक का सारांश तथा मुख्य अतिथि का परिचय कराया। वहीं पार्षद नीटू शर्मा ने सभी कलाकारों के अभिनय की भूरी-भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम में पंकज गर्ग, अनिल वर्मा, नटराज गु्रप रुड़की के संस्थापक/संचालक विजय राजा, सचिन जैन, हरीश शर्मा, डॉ. कन्हैया आरोग्यम सेवा संस्थान, अमजद, रोहित तोमर, सीमा, दिनेश धीमान एडवोकेट, जय कुमार आदि मौजूद रहे। इस नाटक में प्रतिभाग करने वाले बाल कलाकारों में कार्तिक डबराल, अकुल मिलाक्ष, आदित्य शर्मा, वंश, गुलाब सिंह, गौरव गुलाटी, हर्षित सैनी, मुकुंद, सानिया शाह वैभव, कुंज वर्मा, वंशिका, तमन्ना वर्मा, लक्की, सानिया अल्वी, खुशी वर्मा, पूजा आदर्श, सानिया नेगी, पायल मैठानी, स्माही तोमर आदि शामिल रहे।