रुड़की।
उत्तराखंड के गन्ना राज्यमंत्री स्वामी यतिश्वरानन्द ने मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरुकुल नारसन का औचक निरिक्षण किया। इस मौके पर अस्पताल में डॉक्टरों की मौजूदगी ना होने पर भड़के मंत्री स्वामी यतिश्वरानन्द ने स्वास्थ्य सचिव को तुरंत फोन कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली की जानकारी दी। उन्होंने गुरुकुल नारसन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंत्री को बड़े पैमाने पर खामियां मिली, जिसके बाद गन्ना मंत्री बेहद नाराज दिखाई दिए।
दरअसल मंगलवार को गुरुकुल नारसन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गन्ना राज्यमंत्री स्वामी यातिश्वरानन्द पहुँचे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर केंद्र अधीक्षक ना होने पर मंत्री भड़क गए। उन्होंने तुरंत ही स्वास्थ्य सचिव से फोन से वार्ता की और अस्पताल की बदहाली की शिकायत की। उन्होंने अस्पताल की बदहाली को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिए। इसके अलावा वहां हो रहे वैक्सीनेशन की जानकारी ली। राज्य मन्त्री को स्वास्थ्य केंद्र में केवल दो ही संविदा डॉक्टर मौके पर मिले, जिन्हें देखकर गन्ना मंत्री ने नाराजगी व्यक्त की और वहां मौजूद डॉक्टर एवं ज़िले के एसीएमओ को नारसन स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इसके अलावा रात्रि में आपातकालीन सेवाएं भी उपलब्ध कराने के आदेश दिए। वहां मौजूद गायब डॉक्टरों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए भी एसीएमओ को आदेश दिए और कहा कि वह शीघ्र ही पुनः निरीक्षण करेंगें। उन्होंने कहा कि इस भयानक बीमारी पर काबू पाने के लिए सरकार प्रयासरत है इसिलिए वह स्वयं जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष जयपाल चौहान, ऋषिपाल बालियान, गन्ना समिति लिब्बरहेड़ी चेयरमैन सुशील राठी, अपर उप जिलाधिकारी पूरण सिंह राणा, पुलिस क्षेत्राधिकारी पंकज गैरोला, इंस्पेक्टर मंगलौर यशपाल सिंह बिष्ट, योगेश कुमार, सोनू धीमान,कुलदीप भारद्वाज,राजीव वर्मा, विकास कुमार, पारुल कुमार आदि लोग उपस्थित रहे। इसके अलावा गन्ना मंत्री स्वामी यातिश्वरानन्द ने लिब्बरहेड़ी गाँव का भी दौरा किया तथा वहाँ पर हो रही कोरोना टेस्टिंग के बारे में भी डॉक्टरों से जानकारी ली।