रुड़की। ( बबलू सैनी ) सढ़ौली गांव निवासी एवं भाकियू (क्रांति) के राष्ट्रीय मंत्री मोहन त्यागी (47) का अल्पायु में ही आकस्मिक निधन हो गया। इस घटना से इलाके में शोक की लहर हैं। बताया गया है कि मोहन त्यागी पेशे से किसान थे तथा पूर्व में भाकियू (अ) के ब्लॉक अध्यक्ष रहे और मौजूदा समय में वह भाकियू क्रांति) के राष्ट्रीय मंत्री के रुप में कार्य कर रहे थे। उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास सैनी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर किसानों के हक- हकूक की लड़ाई लड़ी और धरने-प्रदर्शन में सबसे आगे रहे। बेहद ईमानदार, मिलनसार और अच्छी छवि के रुप में उन्होंने थोड़ी उम्र में ही सर्वसमाज में अच्छी ख्याति प्राप्त की। बताया गया है कि पिछले कुछ दिनों से वह अस्वस्थ चल रहे थे। रविवार को सुबह के समय हार्ट फैल होने के कारण उनकी अकाल मौत हो गई। इस घटना ने परिवार को झकझोर कर रख दिया। क्योंकि परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर थी। बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उनके आवास पर पहंुचे और परिजनों को ढांढस बंधाया तथा ईश्वर से कामना की कि हे प्रभू इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें और मृतक आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। दोपहर के समय गमगीन माहौल में गांव में स्थित शमशान में उनका अन्तिम संस्कार किया गया। इस दौरान पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल, भाकियू (क्रांति) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास सैनी, बालेन्द्र त्यागी, अशोक त्यागी, सुधीर त्यागी, संजय कुमार समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों के साथ ही तमाम रिश्तेदार, शुभचिंतक शव यात्रा में शामिल हुये। मृतक अपने पीछे दो बेटों, पिता, भाई, बहनों को रोते-बिलखते छोड़ गया। इस दौरान सभी की आंखे नम हो उठी।