रुड़की। आनन्द स्वरुप आर्य सरस्वती विद्या मन्दिर, रुड़की में सम्मान एवं धन्यवाद वार्ता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के उपाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद कुलश्रेष्ठ, प्रबन्धक मनमोहन शर्मा, कोषाध्यक्ष प्रवीण कुमार एवं प्रधानाचार्य अमरदीप सिंह द्वारा माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अमरदीप सिंह ने बताया कि विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान के मार्ग दर्शन एवं विद्यालय की प्रबन्ध समिति के निर्देशन में आनन्द स्वरुप आर्य सरस्वती विद्या मन्दिर अपने सार्थक समन्वय से युग परिवर्तन में सक्षम है। विद्यालय द्वारा समय-समय पर आयोजित शैक्षिक, बौद्धिक, सांस्कृतिक, सामाजिक गतिविधियों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को उच्च कोटि की शैक्षिक व्यवस्था के साथ-साथ उत्तम चरित्र निर्माण, संस्कृति, संस्कार और राष्ट्र की सेवा करने वाली शिक्षा देने का सार्थक प्रयास प्रबन्ध समिति के सहयोग, निर्देशन एवं मार्गदर्शन में विद्यालय के समस्त आचार्यों एवं आचार्याओं द्वारा किया जा रहा है। विद्यालय के उपाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद कुलश्रेष्ठ ने कहा कि संघ प्रेरणा से सिंचित विद्या भारती के विद्यालय वर्तमान समय में अपनी शिक्षा प्रणाली से ऐसे प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का निर्माण कर रहे हैं। जो उत्तम शिक्षा के साथ-साथ समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वाह कर इस देश को नयी दिशा और दशा देने में सक्षम है। चरित्रवान बच्चे देश की निधि है। इसके लिए छात्रों को चाहिए कि प्रारम्भ से ही अपने जीवन में ज्ञान, योग व संस्कृति की शिक्षा को अपनाकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग करें। इस अवसर पर विद्यालय के उप-प्रधानाचार्य मोहन सिंह मटियानी, हेड-मास्टर आशुतोष कुमार शर्मा, जसवीर सिंह पुण्डीर, विवेक कुमार पाण्डेय, विशाल शर्मा, सन्तोष नेगी आदि मौजूद रहे।