रुड़की।  ( आयुष  गुप्ता ) सड़क सुरक्षा सभी नागरिकों के लिए बहुत ही जरुरी है और सभी को सड़क सुरक्षा हेतु नियमों को अवश्य जानना चाहिये। क्योंकि मृत्यु की मुख्य वजहें सड़क दुर्घटना बन रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए आज केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 रुड़की में उत्तराखंड पुलिस, सिटी पेट्रोल यूनिट रुड़की की तरफ से सड़क सुरक्षा से सम्बंधित जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सिटी पेट्रोल यूनिट रुड़की की मनीष वर्मा, कमल कुमार तथा हेड कांस्टेबल रोहित कुमार शामिल हुए। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सिटी पेट्रोल यूनिट रुड़की के अधिकारियों ने बताया कि सड़क इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों के लिये उनके पूरे जीवन भर सड़क सुरक्षा उपायों का अनुसरण करना बहुत ही अच्छा और सुरक्षित है। सभी को गाड़ी चलाते समय या पैदल चलते वक्त दूसरों का सम्मान करना चाहिये और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। शराब पीकर गाड़ी चलाना, बिना हेलमेट गाडी चलाना एवं मोबाइल पर बातें कर वाहन चलाना सड़क हादसों का सबसे प्रमुख कारण हैं। पूरे वर्ष सड़क हादसों में होने वाली मृत्यु में 25 प्रतिशत दुपहिया वाहन चालक होते है, अतः हेलमेट को सर का ताज समझकर पहनना चाहिए। उन्होंने बताया कि हादसों में जब हम अपनों को खोते है, तो वो बहुत तकलीफदेह होता है। सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अगर एक घंटे के अन्दर इलाज मिल जाये, तो उसकी जिन्दगी बचायी जा सकती है। अतः हमें हमेशा इसका ध्यान रखते हुए मदद का हाथ जरुर बढ़ाना चाहिए। विद्यालय के प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट ने अपने संबोधन में कहा कि सड़क हादसों और चोट के मामलों की संख्या को कम करने के साथ ही सावधान और सुरक्षित होने के लिये सभी आयु वर्ग के लोगों के लिये सड़क सुरक्षा बहुत जरुरी है। इसलिये, सभी को सख्ती से सड़क यातायात लाईटों के सभी नियमों, नियंत्रकों और चिन्हों का अनुसरण करना चाहिये। सभी को यातायात नियमों और सुरक्षा नियमों के बारे में अपने शुरुआती समय से ही जानना चाहिये जिससे बाद के जीवन में वो एक सुरक्षात्मक व्यवहार अपना सकें। कार्यक्रम के अंत में उप प्राचार्या श्रीमती अंजु सिंह ने धन्यवाद् ज्ञापन करते हुए ये बताया कि एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करने के लिये गाड़ी चलाने के दौरान अभिवावकों को सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी नियमों का अनुसरण करना चाहिये क्योंकि अपने बच्चों के जीवन में माता-पिता ही पहला उदाहरण किसी कार्य को सीखने के लिये बनते हैं।

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