रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) नदियों के किनारे अवैध रुप से प्लाटिंग करने व नदी तथा गंगनहर के 200 मी0 के दायरे में अतिक्रमण करने वाले लोगों की जांच करने आज दिल्ली से एनजीटी की एक टीम आज सुबह रुड़की पहंुची, जहां टीम ने प्रदूषण नियंत्रण एवं पर्यावरण संरक्षण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारियों, वन विभाग, यूपी सिंचाई विभाग के अलावा तहसील प्रशासन के अधिकारियों के साथ नहर व नदी किनारे के इलाकों का बारीकि से निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने स्थानीय अधिकारियों की टीम के साथ कलियर नहर पटरी, सोलानी नदी के आस-पास किये गये अवैध अतिक्रमण व प्लाटिंग की जांच रिपोर्ट तैयार की। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया हैं, जिनके द्वारा नदी व नहर के 200 मी0 के दायरे में प्लाटिंग या अवैध रुप से अतिक्रमण किया हुआ हैं। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की नियमावली के अनुसार नहर या नदी के 200 मी0 के दायरे में किसी भी प्रकार का निर्माण, अतिक्रमण या प्लाटिंग नहीं की जा सकती। इस दौरान टीम ने स्थानीय प्रशासन से अवैध अतिक्रमण व प्लाटिंग करने वाले लोगों की सूची भी मांगी हैं। इस दौरान टीम में मुख्य नगर आयुक्त विजयनाथ शुक्ल, सहायक आयुक्त एसपी गुप्ता, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, वन दरोगा अनीस कुमार सैनी, जेई जुनैद गौड, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डाॅ. सुभाष पंवार के अलावा तहसील के अनेक अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।