रुड़की। ( बबलू सैनी )
इबादत वाले शुक्रवार के दिन को पत्थरवार दिन बनाने पर कड़ा एतराज जताते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिम समाज आगे आये और ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराये ताकि समाज और देश मे शांति स्थापित हो सके। वहीं उन्होंने अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए हादसे पर दुःख प्रकट करते हुए भगवान बर्फानी बाबा से मृतक आत्माओं की शांति की प्रार्थना की गयी।
आज नंद विहार स्थित जीवनदीप आश्रम में चल रहे गुरू पूर्णिमा महोत्सव में पहुँचे आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा देश और विश्व गुरु पूर्णिमा व व्यास पूर्णिमा मना रहा है, ओर देशभर में कार्यक्रम भी आयोजित हो रहे है। साथ ही उन्होंने अमरनाथ यात्रा पुनः शुरू करने की कामना की। उन्होंने कहा कि देश में सभी धर्मो के लोग निवास करते है। जिन लोगों ने शुक्रवार के दिन को पत्थरवार बना दिया है, ऐसे अराजकतत्वों ने देश की एकता और अखंडता को भारी नुकसान पहुंचाया है। कहा कि मुस्लिम भाइयों को पत्थरवार की जगह प्रेमवार दिन बनाना चाहिए ताकि सभी लोग आपसी भाईचारे के साथ रह सके। साथ ही कहा कि शांति व्यवस्था भंग कर कुछ अराजकतत्वों ने भारतीय संविधान की अवहेलना की है। यूपी सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए। साथ ही कहा कि देश में एक प्रश्न ओर खड़ा हुआ कि सैकड़ों वर्षो से मंदिरों व मूर्तियों को तोड़ा गया। जिन्होंने यह नारा लगाया कि तन से सर जुदा है, ऐसे गैर संवैधानिक ब्यान ओर नारेबाजी करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कदम उठाये। वहीं उन्होंने कहा कि यह देश मजहबी कानून से नही चलेगा। यदि ऐसा होने लगा, तो मोहल्ले ओर कॉलोनियों में भी यूनियन खड़ा करना मुश्किल हो जाएगा ओर देश की एकता और अखंडता छिन्न-भिन्न हो जाएगी। क्योंकि इस देश में अनेको धर्मों के लोग निवास करते है। उन्होंने कहा कि सभी लोग सर्व धर्मों का सम्मान करें ओर ऐसे भारत का निर्माण हो, जिसकी अंदर ओर बाहर दोनों जगह की सीमाएं सुरक्षित हो सके। साथ ही उन्होंने बताया कि आगामी 15 अगस्त को भारत सरकार और देश आजादी का अमृत महोत्सव मनाने जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि घर-घर तिरंगा, खेत-खलियान, दुकान तिरंगा अभियान चलाया जाएगा, ताकि इस स्वतंत्रता दिवस पर एकता और अखंडता का संदेश तो जाए ही, साथ ही पूरा देश तिरंगामय हो सके। साथ ही कहा कि ग्रीन भारत बनाने में भी लोग अपनी जिम्मेदारी निभाये। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने यह नही कहा कि राम मंदिर का मुद्दा संघ का नही है, बल्कि समाज के धार्मिक मुद्दे संघ के नही रहे, उन्होंने हमेशा साधु संतों के हितों की आवाज उठाई। साथ ही संतो की हत्या के सवाल पर कहा कि इस ओर सरकार और प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए। ताकि माहौल खराब होने से बचा सके। वहीं महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी महाराज ने कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों की सेवा करने की अपील की।