रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) ऑल इंडिया सूफी संत परिषद के राष्ट्रीय सचिव व अंतर्राष्ट्रीय शायर अफजल मंगलोरी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की दिल्ली में ईमाम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना उमेर इल्यासी से मस्जिद में मुलाकात और मदरसे में किए गए दौरे का स्वागत करते हुए इसे देशहित और अल्पसंख्यक समुदाय में विश्वास का प्रतीक बताया।
मंगलोरी ने इमाम चीफ मौलाना इल्यासी से भेंटकर उनके प्रयास की सराहना कर इसे एक सार्थक पहल करार दिया। उन्होंने कहा कि दारुल उलूम देवबंद में 18 सितंबर को जमीअत के सदर मौलाना अरशद मदनी ने मदरसों के सर्वे में सरकार के सहयोग किये जाने के निर्णय को वक्त की जरूरत और कोम की भलाई के लिए एक अच्छा सन्देश बताया। मंगलोरी ने कहा कि मौलाना इल्यासी से कई बुद्धिजीवी भी मिलें, जिनमें मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष आर.ए. खान, मौलाना ताहिर उल इस्लाम कासमी आदि शामिल रहे और मुस्लिमों व हिंदू समाज के बीच बढ़ रही दूरियों और गलत फहमियों को मिटाने के प्रयास किये जाने पर विचार विमर्श कर मुस्लिमों को राष्ट्रीयता से जुड़ने और देश के विकास में भागीदारी निभाने पर जोर दिया गया। मंगलोरी ने बताया कि मौलाना इल्यासी ने राष्ट्रीय स्तर पर ऐसे सम्मेलन व सेमिनार किये जाने पर बल दिया जिससे आपसी सौहार्द और राष्ट्र निर्माण में मुस्लिमों की सही भागीदारी रहे और आने वाली पीढ़ी को नया संदेश मिल सके।