रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
एक और जहां लोग दीपावली पर्व मना रहे थे, तो वहीं दूसरी ओर लकड़ी माफिया हरे पेड़ों पर आरियां चला रहे थे। मामले का पटाक्षेप सुबह के समय हुआ, जब लोग अपने खेतों की ओर गए, तो देखा कि एक आम का बाग पूरी तरह से पाट कर प्लेन कर दिया गया। लोगों ने वन विभाग व उद्यान विभाग की कार्य शैली पर भी सवाल खड़े किए हैं।
ज्ञात रहे की झबरेड़ा स्थित पेट्रोल पंप के बराबर से मानकपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर कुछ लोगों द्वारा कॉलोनी विकसित किया जा रही है। जिसमें आम का बगीचा खड़ा था और खड़े हुए आम के बाग में ही कालोनी विकसित कर दी गई। जब कॉलोनी में प्लाट बिक गए, तो उसके बाद मालिक ने पेड़ों के कटान की अनुमति लेनी चाही, जिसमें उसके द्वारा दो अनुमति डाली गई जिसमें 25 पेड़ों की अनुमति ही उसे प्राप्त हो सकी। इसकी एवज में भी करीब 55 पेड़ो को साफ किया गया था। इसका खुलासा भी उद्यान विभाग की एक गुप्त रिपोर्ट में हुआ था। जहां खेत स्वामी द्वारा अनुमति के साथ पेड़ काटने की बाबत प्रार्थना पत्र दिया गया था, तो वही उसके अलावा माफियाओंने मिलकर अन्य पेड़ों पर आरियां चला दी, जिसमें वन विभाग के स्थानीय कर्मियों की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। अभी 25 पेड़ों की अनुमति लेकर काटे गए 55 पेड़ों का मामला जांच में ही था कि दीपावली की रात्रि में माफियाओं ने करीब 50 से 72 पेड़ और काट लिए। इसके बाद घटना का पता सुबह के समय लगा तो आनन -फानन में उद्यान विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उक्त पेड़ों की रिपोर्ट बनाकर मुकदमा दर्ज करने की बाबत अपनी बात कही। वहीं वन विभाग के अधिकारियों की आंख भी सुबह के समय ही खुली, जब मामला उद्यान विभाग ने संज्ञान में ले लिया। इसके बाद वन विभाग के कर्मचारी दर-दर भागते रहे और फिर किसी एक सुराग पर जाकर उन्हें तलाश में काटी गई लड़कियां मिली, लेकिन हैरत की बात है कि जब वन विभाग की नाक के नीचे ही माफिया चोरी से पेड़ काटकर उन्हें रातों-रात बॉर्डर क्रॉस करा देते हैं तो फिर रात्रि गश्त में तैनात वनकर्मी क्या करते हैं? ऐसे वन कर्मियों की लापरवाही के कारण ही लगातार प्रतिबंधित पेड़ों का पातन हो रहा है। अब फिलहाल देखने वाली बात यह होगी कि क्या ऐसे माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी या सिर्फ खानापूर्ति ही अमल में लाई जाएगी।
वहीं सचल दल निरीक्षक अनुसूया प्रसाद ने बताया कि वह आरोपियों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराएंगे।   
वहीं रेंजर विनय राठी ने बताया कि चोरी से काटे गए पेड़ो को पुरकाजी की एक आरा मशीन से बरामद कर लिया गया है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share