रुड़की।  ( आयुष गुप्ता ) अनुश्रुति एकेडमी फॉर द डेफ की ओर से डेफ वीक के अंतर्गत दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन 24 व 25 सितंबर तक किया जा रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में बधिर शिक्षा व बधिर बालकों के पुनर्वास से जुड़े, देश-विदेश से आए विभिन्न विशेषज्ञों ने प्रतिभाग किया। इस विश्व स्तरीय कांफ्रेंस का आयोजन आईआईटी रुड़की के बायो साइंस ऑडिटोरियम में किया गया। इस कांफ्रेंस का समारोह में मुख्य अतिथि आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत चतुर्वेदी तथा विजडम ग्लोबल स्कूल के चेयरमैन यूसी जैन विशिष्ट अतिथि के अलावा अनुश्रुति एकेडमी फॉर द डेफ के फाउंडर एवं वाइस प्रेसिडेंट प्रोफेसर एससी हांडा व विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य एवं अतिथियो ने मिलकर दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि प्रो. अजीत चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए कहा कि इसमें आए विशेषज्ञों के अनुसंधान प्रपत्रों से हम बधिर बालकों की शिक्षा व पुनर्वास के संदर्भ में बेहतर योजनाएं बना सकेंगे व उनका शैक्षिक विकास कर बालकों का भविष्य उज्जवल कर पाएंगे। प्रो. हांडा ने अनुश्रुति एकेडमी फॉर द डेफ के बारे में संक्षिप्त जानकारी आगंतुकों से साझा की। उन्होंने विद्यालय में हो रही शैक्षिक व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी। उद्घाटन अवसर पर पांच ऐसे व्यक्तियों को विशेष रुप से सम्मानित किया गया, जिन्होंने बधिरता के बावजूद अलग-

अलग क्षेत्रों में अपना एक अलग अहम् स्थान बनाया। इनमें मनीराम शर्मा (प्रथम बधिर आईएएस), अभिनव देशवाल (2011 में डेफ ओलंपियाड में गोल्ड मेडल विजेता), विनायक बहादुर (सबसे कम उम्र में राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले प्रथम बधिर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2020), विदिशा बालियान (मिस वर्ल्ड डेफ 2019), शौर्य सैनी (डेफ ओलंपियाड 2022 ब्रॉज विजेता) शामिल हैं। उद्घाटन हेतु उपस्थित विभिन्न मेहमानों का मोमेंटो प्रदान किया गया तथा उनके आगमन हेतु धन्यवाद स्वरूप शब्द पुष्प अर्पित किए गए। चाय के बाद कॉन्फ्रेंस का प्रथम दिवस का पहला सत्र शुरू हुआ, जिसमें डॉक्टर मीरा सुरेश, उषा पाठक व पवन कुमार मिश्रा ने अपने विचार व्यक्त किये व अनुसंधान प्रपत्र साझा किए। दोपहर पश्चात सत्र में क्रमशः डॉ. धवल पी व्यास, पार्वती पवित्रण, रेमंड डिसूजा, संतोष कुमार अग्रहरी, ऋषभ कुमार, अंबुज कुशवाहा, श्वेता तिवारी ने अपने विचार व्यक्त किए। तृतीय संध्या कालीन सत्र में अभिषेक श्रीवास्तव, पुनीत कुमार गुप्ता, स्वाति, समृद्धि, डॉक्टर पुबाली अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। प्रथम दिवस के तीनों सत्रों के सभापति क्रमश सोनाली विज धवन, कर्नल कुलविंदर सिंह, जेएस सैनी की अध्यक्षता में तीनों सत्रों का संचालन सुगमता पूर्वक हुआ। कांफ्रेंस के दूसरे दिन 25 सितंबर को कार्यक्रम का शुभारंभ कीनोट स्पीकर डॉक्टर जेएस सैनी द्वारा किया गया, चंडीगढ़ से आए डॉक्टर सैनी ने अपने विचार व्यक्त किये। इसके पश्चात आज की दूसरी कीनोट स्पीकर डॉ. सोनाली धवन ने स्पीच एंड लैंग्वेज से संबंधित अपने टॉपिक में श्रवण बधिता के बारे बताया। आज की तीसरे कीनोट स्पीकर डॉ. निधि भटनागर ने भी स्पीच एंड लैंग्वेज इंप्रूवमेंट के बारे में बताया। चाय के उपरांत द्वितीय सत्र में रितु नागरा, डॉ. अंशुल जाजोदिया, विशाल वर्मा, शालिनी यादव, वैभव गोविंद राय, कुंदन श्वेतांग तथा अर्चना व स्तुति नारायण कक्कड़ ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। उसके बाद समापन समारोह का प्रारंभ किया गया जिस के मुख्य अतिथि विक्रम भट्ट तथा डॉ. जेएस सैनी विशिष्ट अतिथि रहे। कांफ्रेंस में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट ऑफ पार्टिसिपेशन प्रदान किया गया तथा सभी का धन्यवाद किया गया। इस अवसर पर अनुश्रुति एकेडमी फॉर द डेफ आईआईटी रुड़की की समस्त प्रबंध समिति एवं समस्त अनुश्रुति स्टाफ मौजूद रहा।

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