रुड़की। ( बबलू सैनी ) आईआईटी रुड़की ने अपनी उत्कृष्टता के 175वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला में रुड़की-हरिद्वार क्षेत्र के स्कूल जाने वाले छात्रों के लिए संस्थान में एक दिवसीय यात्राएं’ आयोजित करने की पहल शुरू की। रुड़की-हरिद्वार क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के लिए पहले से ही 3 सफल ‘एक दिवसीय यात्राएं’ आयोजित करने के बाद, आईआईटी रुड़की ने 24 मई 2022 को चौथी यात्रा आयोजित की।
कार्यक्रम की शुरुआत दीक्षांत कक्ष में सुबह 9 बजे अभिविन्यास (ओरिएंटेशन) के साथ हुई। छात्रों को उनके शिक्षकों के साथ संस्थान के दौरे पर ले जाया गया, जिसमें बायोसाइंसेज लैब, अर्थ साइंसेज म्यूजियम, इंस्टीट्यूट इंस्ट्रुमेंटेशन सेंटर और टिंकरिंग लैब की यात्रा शामिल थी। लंच के बाद छात्रों ने करियर गाइडेंस टॉक और सांस्कृतिक सत्र में भाग लिया। बाद में, उन्होंने महात्मा गांधी सेंट्रल लाइब्रेरी (एमजीसीएल) आर्काइव्स गैलरी और जेम्स थॉमसन बिल्डिंग का दौरा किया। सीनेट हॉल में निदेशक प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी, उप निदेशक प्रोफेसर एम परिदा और 175 वर्षीय समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार द्वारा उन्हें संबोधित किया गया। भ्रमण के अंत में विद्यार्थियों को पुरस्कार व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस यात्रा ने छात्रों को आईआईटी रुड़की की विरासत, संस्कृति, तकनीकी योग्यता और सामाजिक मूल्यों की एक झलक दी। इस तरह छात्रों को स्कूल पूरा करने के बाद उपलब्ध अवसरों और विभिन्न पाठ्यक्रमों तथा करियर विकल्पों को समझने और एप्रीशिएट करने में मदद मिलेगी। प्रश्नावली और अन्य राउंड द्वारा चुने गए रुड़की-हरिद्वार क्षेत्र के 40 मेधावी स्कूली छात्रों को आईआईटी रुड़की परिसर में आमंत्रित किया गया। 8 घंटे के दौरे के दौरान छात्रों को आईआईटी रुड़की के छात्रों द्वारा निर्देशित किया गया था, जो इनजेनियस इनसाइड एड-टूर्स टीम और आईआईटी रुड़की के कर्मचारियों और पेशेवरों का गठन कर रहे थे। इस तरह की यात्राएं स्कूली छात्रों के लिए सुनहरे अवसर हैं। क्योंकि आईआईटी रुड़की की महिमा और भव्यता का अनुभव करना, सांस्कृतिक विरासत का अनूठा समामेलन और भविष्य की संभावनाएं छात्रों को और अधिक प्रेरित करेंगी। अन्वेषण की यह यात्रा इसलिए, अकादमिक ज्ञान को बढ़ाने और छात्रों की बुद्धि और रचनात्मकता के साथ-साथ उनसे जुड़े लोगों और बच्चों के विस्तारित नेटवर्क के लिए एक पहल है। एक छात्र ने यात्रा के बाद कहा कि मैं बहुत आभारी हूं कि मुझे यात्रा पर आने का मौका मिला। मैंने यहां बहुत-सी चीजें देखी, जो मुझे पता भी नहीं थीं। अब स्कूल के बाद मुझे मेरे लिए उपलब्ध अध्ययन और करियर विकल्पों को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैंने उच्च शिक्षा के मूल्य को समझा है। एक अन्य छात्र ने कहा कि मैं पहले कुछ शैक्षिक यात्राओं पर जा चुका हूं, लेकिन यह अब तक की सबसे अच्छी यात्रा थी। मैं भी जेईई की तैयारी कर रहा हूं, इसलिए यहां आकर मुझे लगा कि मेरा भविष्य कैसा हो सकता है? इसका अनुभव मुझे अपने सपने के लिए और भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है। मैंने यहां यात्रा के दौरान बहुत कुछ सीखाय मुझे ज्ञान की मौजूद विशालता पर आश्चर्य हुआ। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी ने इस पहल के बारे में कहा कि हमें उम्मीद है कि इस तरह की यात्राएं युवा दिमाग को ज्ञान की कभी न खत्म होने वाली प्यास और राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित करने में मदद करेंगी। उच्च शिक्षा के संस्थानों, जैसे कि आईआईटी को प्रारंभिक चरण में युवा दिमाग तक पहुंचना चाहिए, उनसे जुड़ना चाहिए और उन्हें सीखने और ज्ञान निर्माण के लिए प्रेरित करना चाहिए। मुझे खुशी है कि आईआईटी रुड़की के छात्रों ने रुड़की शहर में स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए एक दिवसीय यात्राएं आयोजित करने की पहल की है। मैं इस कार्यक्रम को हमारे 175 साल के समारोहों को चिह्नित करते हुए एक प्रमुख कार्यक्रम के रूप में देखना चाहता हूं।
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