रुड़की।  ( बबलू सैनी ) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की सतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के तत्वाधान में पेपर प्रौद्योगिकी विभाग, सहारनपुर कैंपस में उन्नत पैकेजिंग अनुसंधान प्रयोगशाला और कौशल विकास कार्यक्रम के विकास के लिए एक परियोजना शुरू कर रहा है। सतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एसआईएल) मुक्तसर साहिब, पंजाब जिले में स्थित विनिर्माण सुविधा के साथ सबसे बड़े लकड़ी और कृषि आधारित पेपर प्लांट उद्योगों में से एक है। एसआईएल, बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध और कागज के आयात पर निर्भरता को कम करने के साथ भारतीय बाजार से सिंगल प्लास्टिक यूज को खत्म करने के लिए सरकार की पहल के अनुरूप काम करती है। यह सतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड की एक कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल है। जैसा कि समझौता ज्ञापन (एमओयू) में दर्शाया गया है। 17 अगस्त को आईआईटी रुड़की में एमओयू साइनिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक चिराग सातिया, निदेशक मंडल आईआईटीआरडीएफ प्रोफेसर अजीत चतुर्वेदी, प्रोफेसर मनोरंजन परिदा, प्रोफेसर पार्था रॉय और प्रोफेसर अक्षय द्विवेदी, संतोष कुमार (मुख्य कार्यकारी अधिकारी आईआईटी रुड़की, प्रोफेसर सुजय चट्टोपाध्याय (डीन सहारनपुर कैंपस), प्रोफेसर धर्म दत्त (हेड पेपर टेक्नोलॉजी) और वित्त अधिकारी आईआईटी रुड़की मौजूद थे। आईआईटी रुड़की डेवलपमेंट फाउंडेशन 12 मई 2021 को स्थापित आईआईटी रुड़की की एक सेक्शन-8 कंपनी ‘नॉट-फॉर-प्रॉफिट’ है। यह कार्यक्रम उद्योगों के आस-पास के ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले विज्ञान स्नातकों की मदद करेगा। छात्रों को पेपर एफ्लुएंट टेस्टिंग में टेस्टर के रुप में तैयार किया जाएगा। यह कौशल विकास प्रशिक्षण छात्रों को कागज और लुगदी उद्योगों में शामिल होने में मदद करेगा। खाद्य हानि और अपशिष्ट रोकथाम रणनीतियां, अपव्यय को प्रभावी ढंग से रोकने और कम करने के लिए सतत विकास लक्ष्यों में से एक है। यह कार्यक्रम छात्रों को जागरूकता के साथ ज्ञान को एकीकृत करने के लिए प्रोत्साहित और प्रशिक्षित करेगा और यह इंगित करेगा कि खाद्य श्रृंखला के साथ, किन खाद्य पदार्थों के लिए और किन क्षेत्रों में इनका सबसे अधिक नुकसान होता है? साथ ही कचरे की रोकथाम के लिए सबसे प्रभावी तरीके से प्रयासों को कैसे लक्षित किया जाए। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के चतुर्वेदी ने कहा कि ‘आईआईटीआरडीएफ संस्थान और दाताओं के बीच संपर्क के रुप में सेवा प्रदान करके संस्थान की उत्कृष्टता की खोज को सक्षम करेगा। सतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एसआईएल) के साथ हमारी साझेदारी इस पहले संयंत्र के रुप में हमारा एक कदम है। हम चाहते हैं कि आईआईटीआरडीएफ और एसआईएल के बीच साझेदारी विश्वविद्यालयों और उद्योगों के बीच सहयोग के अंतर्राष्ट्रीय मानकों तक पहुंचे। कार्यकारी निदेशक एसआईएल द्वारा साझा किया गया विजन पर्यावरण के प्रति स्थिरता और संवेदनशीलता के प्रति एसआईएल की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह जानकर खुशी हो रही है कि कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व की वैश्विक आकांक्षाओं के अनुसार आईआईटीआरडीएफ का प्रथम भागीदार पहले से ही कार्बन क्रेडिट का लाभ ले रहा है। सतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक चिराग सतिया ने कहा कि ‘कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पर हमारी मजबूत प्रतिबद्धता के एक हिस्से के रुप में, सतिया इंडस्ट्री लिमिटेड को इस बात की खुशी है कि आईआईटी रुड़की और क्षेत्र के छात्र इस कार्यक्रम से लाभान्वित होंगे। युवा कार्यबल को अवशोषित करने के लिए कृषि-उद्योगों की बढ़ती क्षमता, यह पहल क्षेत्र के लिए उपयोगी साबित होगी। सतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड हमारी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए नए संभावित सहयोग के अवसरों को खोलने के लिए आईआईटीआरडीएफ के साथ निकट सहयोग में काम करने की आशा कर रही है। आईआईटी रुड़की डेवलपमेंट फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष कुमार ने कहा कि इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने से आईआईटीआर डेवलपमेंट फाउंडेशन और सतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के बीच रणनीतिक साझेदारी के रास्ते खुल गए हैं। आईआईटी रुड़की डेवलपमेंट फाउंडेशन की यह पहली साझेदारी फाउंडेशन की यात्रा में हमेशा खास रहेगी। आईआईटीआरडीएफ का अधिदेश आईआईटी रुड़की में विकास की आकांक्षाओं और वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग नवाचार को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाना है। हम संबंध बनाने और उनका पोषण करने के लिए अपने दानदाताओं के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि आईआईटी रुड़की और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डाला जा सके।

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