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वैश्विक महामारी कोरोना की शांति के लिए श्रद्धालुओं ने श्यामनगर बस्ती, रामनगर स्थित बीडीएस पब्लिक जू0हा0 स्कूल में रविवार को यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसका संचालन पुरोहित पं0 राकेश शर्मा ने किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुधीर शांडिल्य ने कहा कि सनातन धर्म की पूर्ण पद्धति विज्ञान से जुड़ी है। पूर्व काल में भी महामारियों को ऋषि-मुनि यज्ञ आयोजन से ही शांत करते थे। इस मौके पर गायत्री मंत्र का पाठ भी किया गया। भारतीय संस्कृति में धार्मिक कामों का अपना विशेष महत्व है। विभिन्न धर्म ग्रंथों, वेद, पुराण आदि में अनेक ऐसे मंत्र और अनुष्ठान दिए गए हैं, जिनके द्वारा जटिल से जटिल बीमारियों, कष्टों, समस्याओं का निवारण संभव है। यहां तक कि अकाल मृत्यु और दुर्घटना से बचाव के लिए इन मंत्रों का विधि पूर्वक जाप किया जा सकता है। कार्यक्रम संयोजक अनुराग कृष्णा प्रभु ने बताया कि ऐसा ही एक मंत्र है महामृत्यंजय, जिसे रुद्र मंत्र, मृत संजीवनी मंत्र आदि नामों से जाना जाता है। उन्होने कहा कि ऐसे संकट काल में एहतियात बरतते हुए धैर्य को नहीं खोना चाहिए। महामृत्युंजय मंत्र को लेकर शास्त्रों की मान्यता है कि यह चमत्कारी एवं शक्तिशाली मंत्र है। अगर मन में श्रद्धा हो तो, कठिन समस्याएं भी इससे सुलझ जाती हैं। यह ग्रहों की शांति में भी अहम भूमिका निभाता है। इस मौके पर दिनेश धीमान एडवोकेट, विपिन कुमार, भानू प्रताप बौंठियाल, संजय वत्स, नवीन कुमार, दीपक कुमार आदि मौजूद रहे।
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