रुड़की।
सलेमपुर निवासी वरिष्ठ समाजसेवी आदेश सैनी सम्राट ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि रुड़की नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत वार्ड-23 में तालाब के सौंदर्यकरण के नाम पर तलाब की खुदाई के लिए ठेकेदार बने वार्ड पार्षद धीराज सैनी “डिंपल” व उनके चाचा पूर्व प्रधान कुंवर पाल ने लाखों की मिट्टी को बेच डाला।
ये ही नही चाचा-भतीजे ने अधिकारियों से व हाईकोर्ट में शिकायत करने पर जान से मारने तक की धमकी दे डाली। साथ ही उन्होंने पत्रकारों को यह भी बताया कि शुरुआत में ही उनके द्वारा उक्त अवैध मिट्टी खनन की शिकायत नगर निगम के अधिकारियों एवं मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के अन्य उच्चाधिकारियों को की गयी थी,
जिस पर किसी भी अधिकारियों द्वारा संज्ञान नही लिया गया। इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच हेतु रघुनाथ सैनी व उनके द्वारा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने उत्तराखंड मुख्य सचिव को उक्त प्रकरण से संबंधित कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसके बाद सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट व तहसीलदार प्रशासनिक टीम के साथ तालाब प्रकरण की जांच करने पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने जांच में क्या पाया, यह उजागर नही किया। उन्होंने कहा कि जांच करने पहुंची टीम खानापूर्ति करके वापस चली गई। आदेश सैनी का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश पर जिस टीम को जांच करने के लिए आना था, वह टीम जांच करने के लिए नहीं पहुंची, बल्कि नगर निगम की टीम उससे पहले खानापूर्ति करके चली गई। उनका कहना है कि क्षेत्र के तालाब से निकाली गई लाखों रुपए की मिट्टी की जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही यह भी बताया कि हाईकोर्ट में शिकायत वापस न लेने पर आरोपियों ने पीड़ितों को जान से मारने की धमकी दी गयी है। पत्रकार वार्ता में आदेश सैनी सम्राट, रघुनाथ सैनी, मनोज सैनी, सुलेख चंद सैनी आदि मौजूद रहे।