रुड़की। किसान कामगार मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष चौ. सुभाष नंबरदार आज अपनी टीम के साथ तांशीपुर गांव में किसान श्यामवीर पुत्र कृष्णपाल के आवास पर पहंुचे और उन्हें ढांढस बंधाया। बताया गया है कि किसान श्यामवीर केंसर रोग से पीड़ित हैं तथा अपोलो अस्पताल दिल्ली में भर्ती हैं। उसके उपचार के लिए परिजनों के पास पैसा भी नहीं हैं और उक्त किसान द्वारा इस सम्बन्ध में इकबालपुर मिल प्रबन्धन के साथ ही सहायक गन्ना आयुक्त शेलेन्द्र सिंह को पत्र भेजकर अवगत कराया गया था कि पैसे की कमी के कारण चिकित्सक उपचार नहीं कर रहे हैं। इकबालपुर मिल पर पीड़ित किसान का वर्ष 2017 व 2018 गन्ना पेराई सत्र का 7 लाख रुपये से भी उपर गन्ने का भुगतान रुका हुआ हैं। यदि यह पैसा मिल जाये, तो बीमार श्यामवीर का उपचार कराया जा सकता हैं, वरना नहीं? ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर मिल प्रबन्धन व सत्ता में बैठे तमाम नेताओं व गन्ना विभाग के अधिकारियों द्वारा अभी तक इस मामले का संज्ञान क्यों नहीं लिया गया। ऐसे में किसान की जान बचाया जाना बेहद मुश्किल हैं। इस सम्बन्ध में चौ. सुभाष नंबरदार भी जानकारी मिलने के बाद उनके आवास पर पहंुचे और परिजनों को आश्वासन दिया कि वह जल्द ही मिल प्रबन्धन के साथ ही जिलाधिकारी व मंत्रियों से सम्पर्क कर उक्त गन्ना भुगतान दिलाने का भ्रसक प्रयास करेंगे और जो भी उनकी ओर से मदद होगी, उसे भी पूरा करेंगे। पीड़ित परिजनों ने चौ. सुभाष नंबरदार के सामने ही रो-रो कर अपनी पीड़ा बताई और कहा कि उन्हें अगर यह भुगतान नहीं मिलता, तो वह आत्मदाह करने को भी मजबूर होना पड़ेगा। वहीं नंबरदार ने परिजनों को ऐसा न करने की सलाह दी और कहा कि वह उनके साथ खड़े हैं और जल्द ही यह पैसा इकबालपुर मिल से दिलायेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि इकबालपुर मिल पर दो वर्षों का गन्ना भुगतान 150 करोड़ रुपये बकाया हैं और यह मामला उच्च न्यायलय में विचाराधीन हैं। जबकि मिल द्वारा पुरानी चीनी बेचकर 32 करोड़ रुपये के आसपास जिलाधिकारी के खाते में भी डाला गया हैं लेकिन यह पैसा तभी निकलेगा, जब न्यायालय के आदेश होंगे। कुल मिलाकर बहरहाल कुछ भी हो, किसान का जीवन संकट में हैं और इसे बचाया जाना हम सभी की जिम्मेदारी हैं। अन्य लोगों को भी आगे आकर पीड़ित की मदद करनी होगी। बताया गया है कि पीड़ित के छोटे-छोटे बच्चे हैं। वहीं चौ. सुभाष नंबरदार ने इस सम्बन्ध में मिल प्रबन्धन से फोन पर वार्ता की, तो उन्होंने पैसा देने का आश्वासन दिया। इस दौरान ब्रह्मानंद चौधरी व अश्वनी कुमार भी मौजूद रहे।