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चौधरी कटार सिंह ने अधिशासी अभियंता को भेजा ज्ञापन, मांगे पूरी न होने पर दी बड़े आंदोलन की चेतावनी

रुड़की। ( बबलू सैनी )  किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी. चौ. कटार सिंह ने विद्युत वितरण खण्ड के अधिशासी अभियंता को लिखे पत्र में बताया कि विद्युत विभाग द्वारा बकाया विद्युत बिलों को लेकर किसानों के नलकूप व घरेलू कनेक्शन काटे जा रहे हैं, जबकि मौजूदा समय में किसानों को गेंहू व गन्ने की फसल मंे सिंचाई की ज्यादा आवश्यकता हैं। क्योंकि पहले तो अतिवृष्टि के कारण गेंहू खराब हो चुका हैं, लेकिन यदि इस समय गंेहू की सिंचाई किसान नहीं कर पायें, तो वह खराब हो जायेंगे। बल्कि गन्ने की बुआई भी प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि विभाग की मनमानी के कारण अन्नदाता पर दोहरी मार पड़ रही हैं। साथ ही कहा कि किसान सबके लिए अन्न पैदा कर रहा हैं। इस पर विभाग और सरकार की कड़ी नजर हैं, लेकिन सरकारी विभाग के कई वषों से बकाया पड़े विद्युत बिलों के कारण उनके कनेक्शन नहीं काटे जा रहे हैं। यह दोहरी नीति को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग की सबसे बड़ी गलती यह है कि उपभोक्ताओं को समय पर बिल उपलब्ध नहीं कराये जाते, तो ऐसे में उपभोक्ता बिल जमा कैसे करेगा। जबकि कई वर्षों का बिल विद्युत पैनल्टी के साथ एक मुश्त भेजा जाता हैं। जिसे चुकाने में किसान अक्षम साबित होता हैं। उन्होंने कहा कि विभाग में बिल ठीक कराये जाने चाहिए, अधिकतर बिलों में भारी गड़बडी होती हैं। घरेल बिल मासिक और नलकूप के बिल अर्द्ध वार्षिक वसूल होने चाहिए। उन्होंने कहा कि गलत बिलों को ठीक कराने की व्यवस्था होनी चाहिए और घरों के बिल रीडिंग के अनुसार सही होनी चाहिए। विद्युत विभाग पूरी पारदर्शिता के साथ उपभोक्ता हित में काम करें। उन्होंने अधिशासी अभियंता से उक्त बिन्दूओं को संज्ञान में लेकर किसानों के घरेलू और नलकूप कनेक्शन जुड़वाने के साथ-साथ किसान /उपभोक्ता हित में सहयोग करने पर जोर दिया। यदि विभाग की ओर से 10 दिन के अंदर कोई सरकारात्मक प्रतिक्रिया नही मिली, तो किसान क्लब क्षेत्र के सभी विद्युत विभाग के उपभोक्ताओं को एकजुट कर राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन करने को बाध्य होगा। क्योंकि विद्युत विभाग की अपारदर्शिता और मनमानी नीति से आज विद्युत उपभोता बेहद क्षुब्ध हैं। साथ ही इस सम्बन्ध में अध्यक्ष विद्युत नियामक आयोग देहरादून, अध्यक्ष उत्तराखण्ड पॉवर कारपोरेशन, विद्युत सचिव सचिवालय देहरादून को भी प्रेषित किया गया हैं।

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