रूड़की। ( आयुष गुप्ता )
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने के बाद रूड़की के स्थानीय काँग्रेसी नेताओं में आक्रोश है। सभी ने इसे विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास और लोकतंत्र की हत्या बताया। काँग्रेस के वरिष्ठ नेता और महानगर काँग्रेस कमेटी के महामंत्री विशाल शर्मा ने कहा कि ऐसा करना शर्मनाक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में इससे बड़ा काला धब्बा कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि आज भारतीय लोकतंत्र मृत घोषित हुआ है। शर्मा ने कहा कि जिस तीव्रता से यह निर्णय लिया लिया गया, उसके पीछे आधारहीन तथ्य और तर्क हैं। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों को एक हो जाना चाहिए ताकि तानाशाह और फ़ासीवादी सरकार लोकतंत्र को कमजोर ना कर सके। उन्होंने कहा कि सिर्फ राहुल गांधी की सदस्यता रद्द नहीं हुई है, आधिकारिक रूप से आज भारतीय लोकतंत्र मृत घोषित हुआ है। इधर, वरिष्ठ काँग्रेस नेता श्रवण गोस्वामी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को ऊपरी अदालत जाने का अधिकार है और यह कैसी हुकूमत है कि आनन फानन में यह निर्णय ले लिया गया। गोस्वामी ने कहा कि ईष्र्या, द्वेष में ऐसा किया जाना दुर्भाग्यजनक है और विद्वेष की राजनीति का प्रकटीकरण है। यह घबराहट में लिया गया निर्णय है। पूर्व चेयरमैन दिनेश कौशिक ने कहा कि लोकसभा की सदस्यता ये रद्द कर सकते है, लेकिन करोड़ों दिलों की सदस्यता कैसे रद्द करेंगे, वह तो बनी हुई है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा की विचारधारा रखने वाले लोग परेशान हैं। उन्होंने इसे पूरी तरह स्क्रिप्टेड बताया। कौशिक ने कहा कि यह विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास है, क्योंकि ये लोग डर गए हैं।