रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसाइटी (रुड़की विंग) द्वारा आज उमर एन्क्लेव, रामपुर रोड पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर ईद मिलादुन्नबी के पावन अवसर पर आयोजित हुआ, जिसमें शहरवासियों ने उत्साह और भाईचारे की भावना के साथ बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह आयोजन जश्न-ए-खैरुल वरा के अंतर्गत हुआ, जो 3 से 6 सितम्बर तक विविध सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों के साथ जारी रहेगा।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन आदिल गौड़ (सफल व्यवसायी और लोगों के हमदर्द) ने किया। अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने रक्तदान के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि ‘रक्तदान केवल एक दान नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा पुण्य कार्य है, जिससे हम किसी जरूरतमंद को जीवनदान दे सकते हैं। ईद मिलादुन्नबी का यह अवसर हमें यही सिखाता है कि इंसानियत की सेवा सबसे बड़ी इबादत है। आज के इस पवित्र दिन हमें मिलकर समाज की भलाई के लिए आगे आना चाहिए।
अंजुमन के जनरल सेक्रेटरी कुंवर शाहिद ने कहा, कि ईद मिलादुन्नबी का पर्व हमें केवल धार्मिक उल्लास ही नहीं, बल्कि समाजसेवा और इंसानियत की ओर भी प्रेरित करता है। रक्तदान शिविर का आयोजन इसी भावना का प्रतीक है, जो न केवल समाज सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है, बल्कि हमारे दिलों में भाईचारे और एकता की भावना को भी मजबूत करता है। हमें गर्व है कि रुड़की के लोग इस नेक कार्य में आगे आए और समाज के लिए एक मिसाल पेश की। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य जीवन रक्षक रक्त की आपूर्ति को बढ़ाना और जरूरतमंद मरीजों को समय पर इलाज उपलब्ध कराना था। रक्तदान को सबसे महान दान माना जाता है और इस शिविर ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि समाज की एकजुटता बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान बन सकती है।
कार्यक्रम संयोजक अमजद उस्मानी ने कहा, कि रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं हो सकता। इस बार हमने विशेष रूप से युवाओं और शहरवासियों से अपील की थी कि वे इस नेक कार्य में हिस्सा लें। हमें खुशी है कि इस अपील का असर हुआ और बड़ी संख्या में लोगों ने बढ़-चढ़कर रक्तदान किया। उन्होंने आगे कहा, इस शिविर की सफलता ने हमें विश्वास दिलाया है कि आने वाले समय में भी रुड़की के लोग हर सामाजिक पहल में इसी तरह सक्रिय भूमिका निभाएँगे। अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसाइटी के सभी सदस्यों ने इस आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई। विशेष रुप से आसिफ अली उर्फ हैदर ने कहा, इस शिविर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर समाज का हर व्यक्ति थोड़ी-सी कोशिश करें, तो हम बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान आसानी से कर सकते हैं। यह देखकर खुशी हुई कि रुड़की के लोग इस नेक कार्य में शामिल हुए और उन्होंने दिखाया कि इंसानियत आज भी जिंदा है।
रक्तदान शिविर में रुड़की के सिटी ब्लड बैंक का भी अहम सहयोग रहा। रक्तदान के लिए आधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ और रक्त संग्रहण के सभी इंतजाम उपलब्ध कराए गए थे, जिससे रक्तदान करने वालों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। सिटी ब्लड बैंक की टीम ने पूरी प्रक्रिया को सरल, सुरक्षित और सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर शहजाद अहमद, गुड्डू साबरी, जुल्फिकार अहमद, आदिल गौड़, नसीम मलिक, शाहिद नूर, रिजवान अली, मुहम्मद फरमान, सोनू साबरी, विक्रांत कश्यप, रामपाल सिंह, देवेन्द्र वर्मा, रफी सलमानी, गौरव बंसल आदि गणमान्य लोगों की मौजूदगी ने कार्यक्रम को और भी गरिमा प्रदान की। रक्तदान शिविर के बाद, अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसाइटी द्वारा आगामी दिनों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। इनमें फल वितरण (4 सितम्बर), जश्न-ए-खैरुल वरा (5 सितम्बर) और नात-ए-पाक प्रतियोगिता (6 सितम्बर) शामिल हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य समाज में भाईचारा, मोहब्बत और इंसानियत के मूल्यों को फैलाना है।
अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी रुड़की विंग द्वारा ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर लगाया गया रक्तदान शिविर
