रुड़की।  ( आयुष गुप्ता ) लण्ढौरा में बिना अनुमति के वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा निकालने को लेकर तनाव लगातार बना हुआ हैं। जिसे देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया हैं। वहीं राज्यसभा सांसद से लेकर भाजपा के कई बड़े पदाधिकारी पुलिस प्रशासन से वार्ता करते रहे, लेकिन प्रशासन के सख्त रुख के चलते शोभायात्रा नहीं निकल पाई।


ज्ञात रहे कि लण्ढौरा में पहली बार वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा निकालने को लेकर वाल्मीकि समाज के लोग पिछले कई दिनों से अनुमति मांग रहे थे। लेकिन अनुमति नहीं मिल पाई। इसका कारण बताया गया है कि प्रशासन क्षेत्र में कोई नई प्रथा शुरू करने के पक्ष में नहीं था। अनुमति न मिलने के बाद भी वाल्मीकि समाज द्वारा शोभायात्रा की पूरी तैयारी कर ली गई। वहीं खूफिया विभाग की सूचना के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हुआ। मंगलौर सीओ पंकज गैरोला के नेतृत्व में विभिन्न थानों/कोतवाली की पुलिस फोर्स लण्ढौरा में तैनात रहीं। वहीं एसडीएम रुड़की विजयनाथ शुक्ल भी स्वयं मौके पर मौजूद रहे। इस दौरान राज्यसभा सांसद डॉ. कल्पना सैनी, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, मंडल अध्यक्ष भाजपा विकास पाल, पूर्व राज्यमंत्री शोभाराम प्रजापति, सफाई

आयोग के पूर्व अध्यक्ष अमीलाल वाल्मीकि समेत भाजपा व हिन्दू संगठनों के तमाम पदाधिकारी लण्ढौरा पहंुचे और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता की, लेकिन सीओ मंगलौर और एसडीएम ने यह कहकर शोभायात्रा निकालने से इंकार कर दिया कि कोई नई प्रथा क्षेत्र में शुरू नहीं करने दी जायेगी। इसके बावजूद वाल्मीकि समाज के लोग शोभायात्रा निकालने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए मुख्य रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा दी। जिस पर वाल्मीकि समाज के लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी, तो वहीं पुलिस जवानों के साथ कुछ लोगों ने धक्का-मुक्की भी की। पूरे दिन चली इस गहमा गहमी के बाद एसडीएम और सीओ लोगों को समझाने में कायमाब रहे।

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