बड़कोट : स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने से 75 सप्ताह पूर्व मनाए जा रहे “आजादी के अमृत महोत्सव” के क्रम में बड़कोट स्थित राजकीय महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। यह डॉक्यूमेंट्री सन 1800 से 1947 तक के वास्तविक वीडियो को संकलित कर बनाई गई है। उस समय के वास्तविक वीडियो देखकर छात्र-छात्राएं अत्यंत रोमांचित हुए।
इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक डॉ. बीएल थपलियाल ने कार्यक्रम के आरंभ में छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह डॉक्यूमेंट्री बताती है कि हमारी आपसी फूट के कारण कैसे विदेशी ताकतें हम पर राज करती रहीं और कैसे भारतीयों की एकता के कारण अंग्रेजों को भारत से जाना पड़ा।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एके तिवारी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें अभी भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए बहुत कुछ करना है। विभाजनकारी ताकतों के विरुद्ध एकजुट होना है तथा सामाजिक बुराइयों तथा असमानता को जड़ से मिटाना है।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध समाजसेवी किताब सिंह रावत सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. पुष्पांजलि आर्य, डॉ. डीएस मेहरा, डॉ. बीपी बहुगुणा, डॉ. जेसी रस्तोगी आदि छात्र-छात्राओं सहित उपस्थित रहे।
निबंध प्रतियोगिता
वहीं, एक दिन पहले “अमृत महोत्सव” कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एके तिवारी की अध्यक्षता में और डीपी गैरोला (असिस्टेंट प्रोफेसर हिंदी) के संयोजन में एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका विषय “दांडी मार्च” था। प्रतियोगिता में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में निर्णायक दिनेश शाह (असिस्टेंट प्रोफेसर संस्कृत) रहे। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अखिलेश (बीएससी द्वितीय वर्ष), द्वितीय स्थान दीक्षा चौहान (बीए तृतीय वर्ष) और तृतीय स्थान मधुबाला (बीए तृतीय वर्ष) ने हासिल किया।