रुड़की। ( बबलू सैनी ) पुरानी तहसील स्थित ज्योतिष गुरुकुलम रुड़की में आज अष्ट धातु के मेरू पुष्टिय श्रीयंत्र और माता महालक्ष्मी की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश सेमवाल द्वारा आयोजित मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह में माता महालक्ष्मी की 1008 मंत्रों द्वारा विशेष हवन यज्ञ किया गया, जिसमें 11 ब्राह्मणों द्वारा विशेष पूजन किया गया। पंडित रमेश सेमवाल ने कहा कि श्री यंत्र माता महालक्ष्मी का निवास स्थान है, जहां श्री यंत्र विराजमान रहता है, वहां सभी देवी-देवता विराजमान रहते हैं। माता महालक्ष्मी साक्षात श्री यंत्र में विराजमान रहती है। 2816 शक्तियां श्री यंत्र में विराजमान रहती है। जहां श्री यंत्र की पूजा होती है, वहां दुख दरिक्त नहीं आते। श्री यंत्र की पूजा करने से लक्ष्मी की प्राप्ति, यश, कीर्ति व सुख शांति समृद्धि की प्राप्ति होती है। रुड़की में पहली बार मेरूपुष्टीय श्री यंत्र की स्थापना की गई, जिससे जनता का कल्याण हो। माता महालक्ष्मी और श्री यंत्र की स्थापना के अवसर पर विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों भक्तजनों ने भाग लिया। इस मौके पर आचार्य नरेश शास्त्री, आचार्य संदीप शास्त्री, आचार्य प्रकाश शास्त्री, आचार्य राम विलोचन शास्त्री, महेंद्र भटनागर, भाजपा नेता नितिन शर्मा, अरविंद पंडित, राधा भटनागर, चित्रा गोयल, सत्यभामा गौतम, रामकुमार गुप्ता, सुलक्ष्णा सेमवाल, आदिति सेमवाल, अनिता, उफषा सिंगल, रामकुमार सिंघल आदि मौजूद रहे।