रुड़की। ( बबलू सैनी / आयुष गुप्ता ) आज ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के भगवानपुर कार्यालय में ट्रकों के किराये/भाड़े बढाने का एक प्रस्ताव सर्व सम्मति से पास किया गया, जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष अनुसुईया प्रसाद उनियाल ने आज डीजल/पेट्रोल, गैस, टोल आदि में सरकार द्वारा बढोत्तरी करने की निंदा की गई। साथ ही बताया कि सरकार द्वारा रोजाना जिस तरह से बढोत्तरी की जा रही है, उससे ट्रक स्वामी अपना खर्चा जोडकर किराया बढ़ाने लगे, तो उसका सीधा-सीधा नुकसान आम आदमी पर ही पड़ेगा, लेकिन ट्रक स्वामी फिर भी आम आदमी के उपर ज्यादा बोझ नही डाल रहे हैं। इसीलिए सर्वसम्मति से किराये में बेहद ही कम बढ़ोतरी की हैं। बैठक में प्रदेश महासचिव आदेश सैनी सम्राट ने बताया कि जिस स्टेशन का ट्रकों का किराया 10-000 रुपये होता है, उसमें केवल डीजल का ही खर्चा 8,000 हजार रुपये होता है, बाकी टोल टैक्स, ड्राइवर की तनख्वाह, मैंटनेंश, गाडियों की किस्ते देने के बाद ट्रांसपोर्टर्स, मोटर मालिक खाली हाथ रह जाता है ओर अपने घरों के खर्च भी उधार एवं ब्याज पर पैसे लेकर पूरे कर रहा है। किराया बढ़ाने के लिए सरकार ही जिम्मेदार होती है। इसमें मोटर मालिक जिम्मेदार नहीं है। अब सरकारी बसों को देख लो, जैसे ही डीजल-पेट्रोल, गैस, टोल टैक्स आदि में बढोत्तरी होती है, तो सरकार अपनी बसों का किराया बढ़ाने में देर नही करती। जैसा नुकसान एवं खर्चा सरकारी बसों में होता है, उससे भी ज्यादा ट्रकों में खर्चा होता है। इसलिए आज सर्वसम्मति से 15 प्रतिशत ट्रकों के किराये में बढोत्तरी करने का फैसला लिया गया है। बैठक में संजय सैनी, कुलदीप सिंह, मंजीत सिंह, नवीन सैनी, इसरार, गुलशैर, तरूण सैनी, मनोज, संदीप कुमार, मुकेश शर्मा आदि मौजूद रहे।