रुड़की। देवभूमि उत्तराखण्ड सरकारी कर्मचारी संघ के तत्वाधान में रुड़की नगर निगम के तमाम सफाई कर्मियों की हड़ताल रविवार को भी जारी रही। पुरानी तहसील स्थित टंकी के निकट परिसर में हड़ताल को सम्बोधित करते हुए वाल्मीकि क्रांति दल के प्रदेश अध्यक्ष रवि चौटाला ने कहा कि स्थानीय निकाय, चिकित्सालय, मैडिकल, कॉलेज शैक्षणिक संस्थाओं में सफाई कार्य से ठेका प्रथा समाप्त की जाये, स्थाई पदों की भर्ती शुरू हो। साथ ही वर्षों से कार्यरत संविदा, मौहल्ला स्वच्छता समिति, दैनिक वेतन, आउट सोर्स व उपनल सफाई कर्मियों को नियमित किया जाये। स्थाई पद मानक दस हजार पर 28 सफाई कर्मचारी व वाहन चालक के आउट सोर्सिंग पद के स्थान पर स्थाई पद वाहन की उपलब्धता की जाये, पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक पर्यावरण पर्यवेक्षक, सफाई निरीक्षक व चालक आदि पदों पर पदोन्नत किया जाये, मृतक आश्रितों को सरकारी नियुक्ति प्रदान की जाये, पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाये, कर्मियों का जीवन बीमा व स्वास्थ्य बीमा किया जाये, अन्य कर्मियों की भांति भत्ते, धुलाई भत्ता, टूल भत्तों में वृद्धि की जाये, वाल्मीकि समाज का निवास व जाति प्रमाण-पत्र प्राथमिकता से बने, पर्यावरण मित्र पद्नाम को संशोधित करते हुए सफाई सैनिक नाम दिया जाये। उन्होंने कहा कि शहरी विकास मंत्री से वार्ता उपरांत सहमति व्यक्त की जा चुकी हैं, लेकिन शासनादेश जारी नहीं किया गया। वहीं वाल्मीकि क्रांति दल की नगर अध्यक्ष विमला देवी ने भी मेयर पर जमकर कटाक्ष किये और कहा कि वह उनसे काम पर वापस लौटने का आग्रह तो कर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्याओं पर कोई चर्चा नहीं की जा रही। जिससे सफाई कर्मियों में रोष बढ़ता जा रहा हैं।
ज्ञात रहे कि पिछले कई दिन से सफाई कर्मियों की यह हड़ताल चल रही हैं और रुड़की के मेयर गौरव गोयल कर्मचारियों के हितों को लेकर गम्भीर दिखाई नही दे रहे। शहर में सफाई व्यवस्था ठप्प होने से चारों ओर कूड़-कचरा व गंदगी फैली हुई हैं। लोगों को सांस लेना तक मुश्किल हो रहा हैं। बरसात का समय हैं, यहां भयंकर बीमारी फैलने से कोई भी नहीं रोक पायेगा। इसके लिए जल्द से जल्द कर्मचारियों की मांगों को पूरा करना मेयर की जिम्मेदार हैं और शहर की साफ-सफाई का जिम्मा भी उन्हीं पर हैं। ऐसे कौन से कारण है कि कई दिन से हड़ताल पर बैठे कर्मियों को वह मना नहीं पाये। जबकि प्रदेश में भाजपा की सरकार हैं और मेयर भी भाजपा के ही हैं। शहर में पफैली गंदगी के कारण लोगों में मेयर के खिलाफ भारी गुस्सा पनप रहा हैं। उन्होंने कहा कि मेयर कर्मचारियों से बात करें, उनकी समस्या का जल्द से जल्द हल करें और शहर को गंदगी से मुक्त करें। अगर वह ऐसा नहीं करते, तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। वहीं स्वास्थ्य अधिकारी भी घोड़े बेचकर सो रहे हैं।
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