रुड़की।
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते सम्पूर्ण देश में जहां प्रशासन व जनता जूझ रही है, वहीं पर कुछ सामाजिक संस्थाए निरंतर गरीब व असहाय परिवारों को सुविधाएं पहुंचाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहीं है।
ऐसे ही एक सामाजिक संस्था “पंखुड़ी” जो, भारत के आने वाले भविष्य की दशा और दिशा सुधारने में अपनी अहम भूमिका निभा रही है।
किंतु जो आज के विद्यार्थी है, वे इस महामारी की वजह से स्कूल जाने में असमर्थ हैं। जिससे उनकी शिक्षा प्रभावित हो रही है। जबकि कान्वेंट स्कूल व स्वाधीन स्कूलों में तो ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई हो भी रही है, परंतु गरीब परिवारों के पास उपकरणों के अभाव के कारण यह संभव नही है। इसी महामारी के बीच सामाजिक संस्था पंखुडी ने बाल विकास हेतु गोद लिए गाँव में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई व इंटरनेट के माध्यम से रोजाना दो घंटे पढ़ाया जा रहा है।
इस कार्य में संस्था की मदद बी.एड के विद्यार्थियों द्वारा की जा रही है।यह मुहीम सम्पूर्ण रुड़की व हरिद्वार के सेन्टरों पर चलाई जा रहा है। शिक्षक एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के अनुसार विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है। संस्था अध्यक्ष शिवांश मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक सदस्य को पांच-पांच बच्चों को रोज पढ़ाने की जिम्मेदारी आवंटित की गई है। प्रत्येक सदस्य अपने ग्रुप के बच्चों के मोबाइल रिचार्ज से लेकर कॉपी, किताब तक की व्यवस्था करायेगा। इसी प्रकार से पंखुडी संस्था ग्राम बेलड़ा व बेलड़ी के लगभग 30 बच्चों को ऑनलाइन सामाजिक दूरी व मास्क का ध्यान रखते हुए पढ़ाया जा रहा है। संस्था में पढ़ने वाले विवेक, राहुल, प्रीति, दीप्ति, तनुजा, अंजलि, नवीन, प्राची व शुभम इस मुहीम की अहमियत को समझते हुए मानवता की मिसाल कायम कर रहे है। संस्था के इस सराहनीय कदम की शहर व ग्रामीण क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की। शिवांश मिश्रा ने यह भी बताया कि इस मुहीम को सहयोग करने के लिए संस्था सदस्य सूरज चौधरी, सुबरनो, सोनाली व राहुल हर प्रकार की सहायता विद्यार्थियों तक पहुँचा रहे है।