देहरादून: कैबिनेट मंत्री बने मसूरी विधायक गणेश जोशी ने पहले ही दिन बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले से हर तरफ उनकी वाह वाही होने लगी है। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे उपनल कर्मियों की सेवा समाप्ती के आदेश को रद्द कर दिया है। सीएम तीरथ सिंह रावत और उनके मंत्रियों ने कार्यभार संभालते हैं ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरू कर दिए। इन फैसलों में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए फैसले भी बदले जा रहे हैं। इन उपनल कर्मचारियों की बात मानना तो दूर। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनसे बात करने तक की जहमत नहीं उठाई थी। उनकी यही डिक्टेटरशिप उनकी कुर्सी ले डूबी।
विभिन्न मांगों को लेकर उपलन कर्मी पिछले काफी समय से धरना दे रहें हैं। त्रिवेंद्र सरकार ने इन आंदोलनकर्मियों की कोई सुध नहीं ली थी। आंदोलन कर रहे कर्मियों पर दबाव बनाने के लिए आंदोलन के दौरान ही उनकी सेवाएं समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए गए थे। लेकिन इसी बीच सूबे का निजाम बदल गया।
कैबिनेट में सैनिक कल्याण का विभाग गणेश जोशी के पास आ गया। गणेश जोशी ने विभाग संभालते ही मास्टर स्ट्रोक मार दिया। विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में गणेश जोशी ने सेवा समाप्ती की घोषणा करने वाले आदेश को रद्द कर दिया। इस आदेश से 22000 से अधिक लोगों के फायदा पहुंचेगा जो विभिन्न विभागों में उपनल के जरिए लगे हुए हैं।