रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में नगर निगम सभागार में तहसील दिवस सम्पन्न हुआ। जिसमें फरियादियों द्वारा कुल 51 समस्याएं एवं मांग दर्ज कराई गई, जिसमें से अधिकांश समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया गया। तहसील दिवस में मुख्यतः चकबन्दी, अतिक्रमण, नाला निर्माण तथा नालियों की सफाई, बिजली विभाग के गलत मुक़दमे, कच्ची शराब व नगर निगम में टेंडर घोटाले आदि से सम्बन्धित थी। प्रमुख समस्याओं में कुसुम लता ने चकबन्दी के पश्चात आवंटित भूमि पर कब्जा दिलाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने राजस्व तथा चकबन्दी विभाग को संयुक्त रूप से भूमि पैमाइश करते हुए कब्जा दिलाने के निर्देश दिये। रमेश जोशी ने सिविल लाईन्स-जलालपुर नाले को ग्रामीण क्षेत्र में चौड़ीकरण की मांग की, जिस पर जिलाधिकरी ने नाला चौड़ीकरण हेतु कार्यवाही करने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी को दिये ताकि शहर में जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो। आतिफ रहमान ने सत्ती महौल्ले में स्ट्रीट लाइट सही कराने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने स्ट्रीट लाइटें सही कराने के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दिये। मंगलौर निवासी शाकिर ने शिकायत की कि ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण किया गया है, जबकि नाली निर्माण कार्य नहीं किया गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी मंगलौर को डीपीआर के अनुसार नाली निर्माण कार्य कराने के निर्देश दिये। शाजदा ने शिकायत की कि पति की मृत्यु के 6 वर्ष पश्चात दुकान किराये पर दी गई है, परन्तु व्यक्ति विशेष द्वारा दुकान खुलवाने के एवज में 5 लाख की डिमाण्ड की जा रही है, जिस पर जिलाधिकारी ने दोनो पक्षों को बुलाकर बात सुनने तथा नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश पुलिस विभाग को दिये। मुशीर आलम ने बिजली चौरी के आरोप में बिजली विभाग द्वारा एक ही समय पर एक ही व्यक्ति के नाम दो एफआईआर दर्ज कराने की शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने जेई तथा जांच अधिकारी को संयुक्त रूप से निरीक्षण करते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिये। रोशन ने घर के सामने से गांव का पानी डायवर्जन न करने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि गांव वासियों की सुविधा के अनुसार नाले का निर्माण किया जाये ताकि गांव में जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो। बाल विकास विभाग में कार्यरत मुनेश कुमारी ने बीमारी के कारण राशन किसी ओर से बंटवाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि यदि वास्तव में बीमार हैं तो राशन वितरण हेतु अस्थायी व्यवस्था की जाये और यदि बहाना है तो परमानेन्ट छुट्टी कर दी जाये। सुभाष ने नारसन ब्लॉक क्षेत्र में नाले से जल निकासी न होने के कारण खानपुर ब्लॉक में 250 बीघा कृषि भूमि पर फसल खराब होने की शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने पानी निकासी हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी को दिये। पार्षद प्रमोद पाल ने नाला निर्माण कार्य में गुुणवत्ता सही न होने की शिकायत की जिस पर जिलाधिकारी ने नाला निर्माण कार्य की गुणवत्ता चैक कराने के निर्देश नगर आयुक्त को दिये। गजेन्द्र सिंह ने नगला चीना में अवैध शराब बिक्री की शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने आबकारी विभाग के अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही करने तथा कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिये। महिपाल ने चकबन्दी के पश्चात भूमि पर कब्जा दिलाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि भविष्य में किसी भी दशा मे आंशिक कब्जा परिवर्तन न किया जाये तथा फसल कटने के बाद सम्बन्धित पक्षों को कब्जा दिया जाये। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि जिन समस्याओं का निस्तारण मौके पर संभव नहीं हो पाया है, उन्हें सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को भेजा जा रहा है और सम्बन्धित विभागीय अधिकारी निर्धारित समय सीमा के भीतर समस्याओं का समाधान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट निदेश दिये कि समस्याओं का समाधान प्रथामिकता के आधार पर किया जाये। इस दौरान एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशीष मिश्रा, नगर आयुक्त जितेन्द्र कुमार, अपर उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्रा, एसपी देहात एसके सिंह, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, मुख्य शिक्षाधिकारी केके गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
नगर निगम के टेंडर प्रक्रिया में हुए घपले का उठा मुद्दा….
एक व्यक्ति ने नगर निगम में टेंडर प्रक्रिया में हुए घपले की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की सेटिंग के कारण उक्त टेंडरों में सरकार को करीब सवा चार करोड के राजस्व का नुकसान हुआ है, वहीं डीएम ने कहा कि जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी। वहीं समाजसेवी लोगों व पार्षदों ने सहायक अभियंता पर निर्माण कार्यों में अनदेखी का भी आरोप लगाया।