रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
बीएसआई शिक्षण संस्थान ने शैक्षणिक सत्र 2024 – 25 में नई शिक्षण शुल्क नीति लागू करके सरकारी फीस पर प्रवेश किए प्रारंभ कर दिए है।
इस अवसर पर बीएसआई शिक्षण संस्थान के सचिव चंद्र भूषण शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2024- 25 के लिए जो नए विद्यार्थी प्रवेश लेंगे, उनके लिए 40% सीटे सरकारी शुल्क पर प्रवेश के लिए आरक्षित की है। वहीं संस्थान के कोषाध्यक्ष सौरभ भूषण शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय ने अधिकतम पाठ्यक्रमों में 40% सीटे आर्थिक स्थिति से कमजोर एवं प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों के लिए आरक्षित की हैं, जिसमें प्रवेश लेने पर उन्हें सरकारी फीस ही देनी होगी। यह व्यवस्था पहले आओ पहले पाओ के नियम पर लागू रहेगी। यह व्यवस्था लागू होने से शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति स्थापित होगी और सुनहरे एवं विकसित भारत की नींव को मजबूत करने में अपना योगदान देगी। संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर गौरव भूषण शर्मा ने बताया की महाविद्यालय पर आर्थिक बोझ ना पड़े और विद्यार्थियों को उच्च कोटि की शिक्षा एवं अनुभवी अध्यापकों -अध्यापिकाओं द्वारा शिक्षा ग्रहण कराई जा सके, इस विषय को ध्यान में रखते हुए जिन सीटों पर सरकारी फीस में दाखिले होंगे, उनकी शेष बची हुई धनराशि महाविद्यालय को संचालित कर रही समिति रूपचंद शर्मा एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा महाविद्यालय को प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर संस्थान के प्लेसमेंट इंचार्ज दिवाकर जैन एवं कोऑर्डिनेटर शहज़ेब आलम ने कहा कि जहां शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों से भारी रकम ले रहे हैं, वहीं बीएसआई ने यह व्यवस्था लागू करके साबित कर दिया कि हमारा संस्थान देश में सब शिक्षित हो सके, की भावना को आगे बढ़ाने में अपना अहम योगदान निभा रहा है। इस अवसर पर डॉक्टर जे.एस. लंबा, जितेंद्र रावत, डॉ राहुल, सुनील चौहान, प्रवीण कुमार, सुधीर सैनी, विशाल सैनी, प्रदीप शर्मा, शाहीन, अंकित चौधरी, मोहम्मद आबाद, श्रीमती निशु, शाहरुख, डॉ. शरद आदि अध्यापक- अध्यापिका मोजूद रहे।