हल्द्वानी। ( आयुष गुप्ता )
उत्तराखंड में सरकारी जमीनों पर बने अवैध धार्मिक स्थलों को हटाए जाने की कार्रवाई जारी है। नैनीताल जिले के हल्द्वानी में अवैध मस्जिद और मदरसे को तोड़ा गया, जिसको लेकर शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसमें 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया है। कार्रवाई के दौरान हालात को संभालने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोल भी छोड़ने पड़े। पथराव की सूचना के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद करने शुरू कर दिए थे। अंधेरा होने से पहले ही हल्द्वानी का बाजार लगभग बंद हो गया था। स्थानीय लोगों ने मस्जिद और मदरसे को तोड़ने का विरोध किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मौके पर मौजूद नगर निगम की जेसीबी भी तोड़ दी। इससे करीब 15 मिनट तक काम रुका रहा। इस बीच दूसरे जिलों से और फोर्स बुला ली गई। बनभूलपुरा में धार्मिक स्थल को तोड़ने की कार्रवाई के दौरान हुए बवाल से बाजार में भी अफरातफरी मच गई।
बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में नगर निगम की टीम ने बृहस्पतिवार को अवैध मस्जिद और मदरसा तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। मगर इसका विरोध कर रहे लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। मामला आगजनी और तोड़फोड़ तक पहुंच गया।हालांकि शाम 4 बजे पुलिस फोर्स के पहुंचने से पहले ही बनभूलपुरा क्षेत्र की दुकानें बंद हो गई थी। वहीं बवाल की सूचना पर शाम करीब साढ़े 4 बजे ताज चौराहे से लगे मीरा मार्ग, रेलवे बाजार, नया बाजार लाइन की दुकाने एकाएक बंद होने लगी।
इसे देखते हुए बाजार में अफरा-तफरी मच गई। दुकानों में मौजूद ग्राहकों को भी दुकानदार वापस घर भेजने लगे और सामान जल्दी अंदर करने लगे। शाम साढ़े 5 बजे तक पटेल चौक, सदर बाजार, लोहार लाइन, सब्जी मंडी, बर्तन बाजार सहित अन्य बाजारों की दुकानें भी बंद हो गई। वहीं दूसरी ओर मंगल पड़ाव क्षेत्र में भी बवाल की सूचना पर अधिकतर दुकानें बंद हो गई थी। इस दौरान उनकी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ झड़प हो गई। इस दौरान कुछ लोगों ने अपने घरों की छतों से पुलिस पर पथराव किए। जेसीबी मशीन पर भी पथराव किया गया, जिसमें 20 से अधिक पुलिसकर्मी और पत्रकार घायल हो गए।