रूड़की। ( आयुष गुप्ता )
हाल ही में मेन बाजार की धर्मशाला के निकट अतुल पटाखे वाले के गोदाम में लगी भयानक आग से शहर दहशत में था। उक्त घटना की आग अभी तक ठीक से बुझ भी नहीं पाई थी कि एक और रिहायशी इलाके में पटाखों के गोदाम में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में कोई जान माल की हानि तो नहीं हुई, लेकिन गोदाम स्वामी का भारी मात्रा में नुकसान जरूर हो गया। ये ही नहीं पास में रखें गैस सिलेंडर भी आग की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। जिन्हें समय रहते मौके से हटा लिया गया। सूचना पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने बामुश्किल आग पर काबू पाया और आग को पूर्ण रूप से बुझाया। अवैध रूप से बनाए गए पटाखा गोदाम के संचालन से पुलिस प्रशासन और खुफिया तंत्र की भी कार्यशैली सवालों के घेरे में हैं। बताया गया है कि रुड़की के पुरानी तहसील स्थित बर्फखाना कॉलोनी के निकट एक घर में बनाए गए पटाखा गोदाम में आज अचानक आग लग गई। पटाखों में आग लगने की आवाज गूंजने लगी, तो आसपास रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई। यह देख आसपास के लोगों ने घटना की जानकारी फायर ब्रिगेड व पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पाया और वहां रखे गैस सिलेंडरों को हटवाया। साथ ही आग को फैलने से रोका। इस घटना से आसपास भारी भीड़ जमा हो गई। इस घटना के बाद आस-पड़ोस के लोगों में भारी गुस्सा देखने को मिला। लोगों ने कहा कि इस प्रकार रिहायशी इलाकों में अवैध रूप से पटाखों का गोदाम संचालन करना आम लोगों के जीवन को खतरे में डालना है। इस प्रकार की घटनाओं से प्रशासन भी कोई सबक नहीं ले रहा है। क्योंकि पिछले ही दिनों राजपूताना मोहल्ले में अवैध रूप से पटाखा गोदाम में आग लगी थी। जिसके बाद एक-दो पटाखा गोदाम प्रशासन द्वारा चेक किये गए थे लेकिन इसका कोई असर देखने को नहीं आया था। लेकिन आज फिर से अवैध रूप से गोदाम में आग लगने से प्रशासन की कार्यशैली सवालों के घेरे में खड़ी हुई है। पार्षद चारु चंद्र ने बताया कि यह पटाखा गोदाम काका बिट्टू पतंग वालों का है। उधर इस घटना से खुफिया एजेंसी भी सवालों में घिरती नजर आ रही है।