कलियर। ( मुजम्मिल सिद्दकी ) उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अधीन आने वाली पिरान कलियर दरगाहों को समाजसेवी इसरार शरीफ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र प्रेषित कर सूचना के अधिकार अधिनियम को लागू कराने की मांग की। समाजसेवी इसरार शरीफ ने पत्र में लिखा कि पिरान कलियर मंे कई ऐसी दरगाहें है, जो उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अधीन आती है और यहां पर जब भी किसी अधिकारी या मैनेजर की दरगाह कार्यालय मे तैनाती होती है, वह अधिकारी अधिकतर यहां पर दरगाह की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ ही नजराने की बडी लूट-खसोट करतें है और अब से पहल भी दरगाह पिरान कलियर मंे बडी धांधली हो चुकी है और कई मैनेजर धांधली के मामले मंे जेल भी जा चुके है। लेकिन यहां पर वर्तमान मंे सबसे बडी समस्या यह है कि दरगाह पिरान कलियर को सूचना के अधिकार अधिनियम से दूर रखा हुआ है और यहां कि सूचना नही मांगी जा सकती है, जिससे यहां पर धांधली को गति मिल रही है और दरगाह कार्यालय मंे तैनात अधिकारियों के कारनामों और निर्माण कार्यों की सूचना नही मांगें जाने से यहा पर भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। यहां पर विकास का पहिया ठप्प पड़ा हुआ है। पत्र में लिखा है कि एक तरफ राज्य मंे बैठी भाजपा सरकार भ्रष्टाचार मिटाने मंे जीरों टोरलैंस का दावा करती है और दूसरी तरफ वक्फ बोर्ड दरगाह पिरान कलियर कि बात करें, तो सरकार का यह दावा झूठा साबित हो रहा है और पिरान कलियर दरगाह कार्यालय में दिन-प्रतिदिन भ्रष्टाचार बढता ही जा रहा है। दरगाह के पैसे को बंदरबांट किया जा रहा है। जिसके चलते समाजसेवी इसरार शरीफ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र प्रेषित किया है और वक्फ बोर्ड के अधीन आने वाली पिरान कलियर दरगाहों को सूचना के अधिकार अधिनियम को लागू कराने की मांग की।